गुमला पुलिस ने मानव तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दिल्ली में बेची गयी तीन लड़कियों को मुक्त करा लिया है. इन लड़कियों को दिल्ली में बेचने वाले तीन तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. मानव तस्करों में बिशुनपुर की परदेसिया देवी, बहुरा उरांव व मांडर के कृष्णा उरांव शामिल हैं. दिल्ली में बेची गयी कुरकुरा की एक नाबालिग को कुरकुरा थाना की पुलिस ने बरामद कर लिया है. उसे वापस कामडारा भेज दिया गया है.आपको बता दें कि बिशुनपुर थाना के सेरका नवागढ़ गांव की तीन लड़कियों को मानव तस्करों ने बेच दिया था. अहतू थाना में परदेसिया देवी पर केस दर्ज हुआ था. अनुसंधान के बाद अभियुक्त परदेसिया देवी को उसके घर से गिरफ्तार किया गया. उसकी निशानदेही पर एक अन्य अभियुक्त रेहेटोली निवासी बहुरा साहू को गिरफ्तार किया गया. परदेसिया देवी एवं बहुरा उरांव ने मिलकर लड़कियों को दिल्ली ले जाकर मांडर थाना के बिशा खटंगा के रहने वाले कृष्णा राम को दे दिया था. कृष्णा राम दिल्ली में रहकर प्लेसमेंट एजेंसी चलाने का काम करता है. उसी के यहां नाबालिग को काम लगाने के लिए दिया गया था. कृष्णा उरांव को रांची रेलवे स्टेशन से आरपीएफ की सहायता से गिरफ्तार किया गया. सीडब्ल्यूसी दिल्ली की सहायता से नाबालिग को बरामद किया गया है. आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया.
दिल्ली में बेची गयी कुरकुरा की एक नाबालिग को कुरकुरा थाना की पुलिस ने बरामद कर लिया है. उसे वापस कामडारा भेज दिया गया है. कुरकुरा थानेदार शारिक अली के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गयी थी. दिल्ली गयी पुलिस टीम में कुरकुरा थाना के एएसआइ विनय हेमरोम व महिला कांस्टेबल लीली समद ने आरपीएफ की मदद से नाबालिग को आनंद विहार टर्मिनल से बरामद किया. तस्करों के खिलाफ छापामारी में पुलिस को सफलता नहीं मिली. कामडारा की एक नाबालिग और सिमडेगा की एक युवती को झूठे सपने दिखाकर मानव तस्करों ने 27 सितंबर को रांची के काजू बगान में 15 हजार रुपये महीने पर काम दिलाने का झांसा देकर दिल्ली ले गये थे. दिल्ली ले जाने के बाद तस्करों ने कोठी में काम करने के लिये दबाव बनाया तो नाबालिग द्वारा विरोध करने पर मारपीट करते हुए दोनों को एक कमरे में बंद कर दिया गया. किसी प्रकार नाबालिग ने मोबाइल से परिजनों को अवगत कराया. कांड दर्ज करते हुए पुलिस ने घटना में संलिप्त मानव तस्कर जलेश्वर चीक बड़ाइक को गिरफ्तार कर गुमला जेल भेज दिया. इसके साथ ही दिल्ली से नाबालिग को मुक्त कराकर वापस लाया गया है, जबकि सिमडेगा की एक युवती दिल्ली में अभी भी कैद है.