रांची: रेल और जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही से मुंबई से रांची आ रही स्पेशल ट्रेन के 154 यात्री रांची पहुंचने से पहले ही गायब हो गए। जब ट्रेन रांची स्टेशन पहुंची तो मात्र 30 यात्री ही सवार थे। जबकि, रेलवे द्वारा जिला प्रशासन को 184 यात्रियों के आने की जानकारी दी थी। इसी के अनुसार जांच की व्यवस्था भी जिला प्रशासन की ओर से की गई थी। लेकिन, धनबाद डिविजन के निमियाघाट स्टेशन पर बिना किसी जानकारी के डेढ़ घंटे ट्रेन को रोक दिया गया।
जब यात्रियों को जानकारी मिली कि गोमो, बोकारो और रांची स्टेशन पर कोरोना की जांच जाएगी तो यात्री ट्रेन से उतर कर भाग गए। जब रांची स्टेशन पर ट्रेन पहुंची तो पूरी ट्रेन खाली नजर आई। रेल प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए कि 154 यात्री कहां चले गए। रेल और जिला प्रशासन की लापरवाही से भागे गए यात्रियों में जो कोरोना पॉजिटिव होंगे, वो संक्रमण फैलाएंगे। किसके आदेश पर निमियाघाट स्टेशन पर ट्रेन को रोका गया, यह बताने से रेल प्रशासन इनकार कर रहा है।
लॉकडाउन के डर से लौटे वापस
लॉकडाउन के भय के कारण एक बार फिर कई यात्री रविवार को मुंबई से रांची लौटे। यात्रियों ने कहा कि काम-काज बंद हो गया तो वहां बैठ कर क्या करते, इसलिए अपने राज्य लौट आए। मुंबई से लोकमान्य तिलक-रांची सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह 11 बजे के बजाय करीब तीन घंटा विलंब से दोपहर 1.50 बजे रांची रेलवे स्टेशन पहुंची। रांची स्टेशन पर महज 32 यात्रियों के ट्रेन से उतरने पर सभी हतप्रभ थे। इस बाबत जब रेलवे के अधिकारियों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 184 यात्री रांची रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले थे, लेकिन किन्हीं कारणों से वह पहले ही ट्रेन से उतर गए।
रांची में कोरोना जांच किट ट्रेन आने के 25 मिनट बाद आया
रेलवे सूत्रों के अनुसार, ट्रेन गोमाे स्टेशन के पास निमियाघाट में सुबह 9.11 से 10.45 बजे तक रुकी रही, जहां 152 यात्री उतर गए। इस दौरान रांची आने वाले यात्री ट्रेन से उतर कर अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए। वहीं, रांची रेलवे स्टेशन पर जिला प्रशासन द्वारा घोषणा की गई थी कि सभी यात्रियों की कोरोना जांच की जाएगी। स्टेशन पर इसके लिए नर्सिंग स्टाफ की तैनाती की गई थी, लेकिन जांच किट ही नहीं था। ट्रेन आने के करीब 25 मिनट बाद जांच किट आया, इसके बाद यात्रियों की जांच हुई।
जो यात्री पहुंचे उनकी जांच हुई
मुंबई स्पेशल ट्रेन से 184 यात्रियों को रांची रेलवे स्टेशन पर उतरना था, लेकिन केवल 30 यात्री ही आए। जो भी यात्री रांची स्टेशन पर आए उन सभी की कोरोना जांच कराई गई। इसकी तैयारी पहले से ही की गई थी।
-नीरज कुमार, सीपीआरओ रांची रेल डिविजन