मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सैफई पहुँचकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन किए । इस दौरान उन्होने दिवंगत मुलायम सिंह यादव के पुत्र एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात कर शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का सोमवार की सुबह निधन हो गया था । उन्होंने मेदांता अस्पताल अंतिम सांस ली। वह 82 साल के थे।
फुटबॉल टीम को उम्दा प्रदर्शन के लिए मिली बधाई एवं शुभकामनाएं
चाईबासा । 61वाँ अंतरराष्ट्रीय सुब्रतो कप फुटबॉल प्रतियोगिता जो न्यू दिल्ली में आयोजित किया गया था। उसमें पश्चिमी सिंहभूम जिले के आवासीय फुटबॉल प्रशिक्षण केंद्र ज़िला स्कूल चाईबासा की टीम ने भाग लिया और शानदार प्रदर्शन करते हुए दिल्ली,आर्मी स्कूल , बांग्लादेश ,एनसीसी,एवं त्रिपुरा की टीम को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किए सेमीफाइनल में चाईबासा और चंडीगढ़ के बीच खेला गया। जिसमें चंडीगढ़ की टीम विजयी हुई
फुटबॉल आवासीय प्रशिक्षण केंद्र ज़िला स्कूल चाईबासा की टीम का अंडर- 17 ग्रुप में 61वाँ अंतर्राष्ट्रीय सुब्रतो कप में प्रदर्शन बहुत ही शानदार रहा। सेमीफाइनल में खेलने के लिए पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के टीम को 75000 रुपये का नगद पुरस्कार प्राप्त हुआ एवं जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए इतिहास में पहली बार पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के टीम सेमीफाइनल में पहुंचने पर जिला के उपायुक्त एवं सभी वरीय पदाधिकारी एवं जिला खेल पदाधिकारी ने पूरी टीम एवं उनके प्रशिक्षक सोनाराम चैंपिया को बधाई एवं शुभकामनाएं दी एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की ।
शंख वादन प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
जमशेदपुर । जमशेदपुर के बिस्टुपुर गोपाल मैदान मे चल रहे स्वदेशी मेला मे भारतीय परंपरा को जीवित रखने हेतु हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी शंख वादन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जहाँ मुख्य अतिथि के तौर पर पद्मश्री छुटनी महतो मौजूद रही ।
इस दौरान काफ़ी संख्या मे महिलाएं इस प्रतियोगिता मे शामिल हुई, जहाँ सभी ने एक एक कर शंख वादन किया । सबसे ज्यादा समय तक शंख वादन करने वाली महिला जिन्होने 26 सेकण्ड तक लगातार एक स्वास मे शंख बजाया उन्हें विजेता घोषित किया गया । वहीँ मौके पर मौजूद मुख्य अतिथि पद्मश्री छुटनी महतो का अभिनन्दन आयोजन समिति ने किया, उन्होंने भारतीय परंपरा का निर्वाहन करते हुए शंख वादन जैसे इस आयोजन की भूरी भूरी प्रसंशा की, वही आयोजन समिति की सदस्य पूर्वी घोष ने कहा की इस प्रतियोगिता को लेकर प्रतिभागियों मे काफ़ी उत्सुकता रहती है, और इसी कारण हर वर्ष इसका आयोजन किया जाता है ताकि भारतीय परंपरा को हम और आगे बढ़ा सके ।