साहिबगंज. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा से ईडी की टीम ने करीब 5 घंटे तक पूछताछ करने के बाद छोड़ दिया है। पूछताछ में ईडी की टीम को कई अहम जानकारियां मिली है, जिसके आधार पर ईडी की टीम आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है। पंकज मिश्रा अपने घर साहिबगंज लौट रहे हैं। झारखंड में ईडी द्वारा यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। बता दें कि बड़हरवा टोल प्लाजा टेंडर विवाद के बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। शुक्रवार को ईडी ने झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य और बरहोट विधायक प्रतिनिध पंकज मिश्रा और उनके 14 करीबियों के 20 ठिकानों पर छापेमारी की थी। से सभी पत्थर कारोबार से जुड़े थे। कार्रवाई में लगभग तीन करोड़ रुपए कैश मिले हैं। वहीं पंकज मिश्रा के घर से जमीन के कई कागजात भी बरामद किए गए है। ईडी की टीम पंकज मिश्रा से उतराखंड के रूद्रप्रयाग में पूछताछ कर रही थी।
यह है मामला
मामला जून 2020 में हुए बड़हरवा टोल प्लाजा टेंडर विवाद से जुड़ा हुआ है। इसमें पंकज मिश्रा व अन्य को अारोपी बनाया गया था। इसी केस को टेकओवर करते हुए ईडी ने जून 2022 में पंकज मिश्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। उधर पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद जिला खनन अधिकारियों से पूछताछ के बाद भी ईडी को सुराग मिले, जिसके बाद एक साथ 20 ठिकानों पर छापेमारी की गई।
बता दें कि ईडी की टीम मनरेगा घोटाले की जांच करते हुए अवैध खनन मामले तक पहुँच गई है। आईएस पूजा सिंघल और सुमन कुमार सिंह को ईडी पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। फिलहाल ईडी की टीम आगे की कार्यवाई में जुटी हुई है।