झारखंड में खेल को बढ़ावा देने तथा खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए उन्हें छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। उन्हें बीमा से भी जोड़ा जाएगा। भूतपूर्व खिलाड़ियों को पेंशन भी मिलेगी। राज्य सरकार द्वारा तैयार झारखंड खेल नीति-2022 में इसका प्रविधान किया गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंगलवार को इस नीति का विमोचन करेंगे। इस नीति का उद्देश्य राज्य के सभी आयु वर्ग के नागरिकों के लिए खेल को उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने एवं सारी गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराना है।
इस खेल नीति में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए तैयार किया जाएगा। इस नीति का उद्देश्य राज्य में विभिन्न प्रकार के खेलों में खिलाड़ियों का क्षमता निर्माण एवं विकास करना, खेल को आकर्षक एवं व्यवहार्य करियर विकल्प के रूप तैयार करना, पंचायत स्तर से राज्य स्तर तक खेल को सामाजिक परिवर्तन और विकास उत्प्रेरक बनाना, खिलाड़ियों का डेटा बेस तैयार कर अंतरराष्ट्रीय मानक के साथ संसाधन उपलब्ध कराना, देशज एवं पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन देना तथा खेल पर्यटन को बढ़ावा देना एवं दिव्यांग खिलाड़ियों को भी समान अवसर प्रदान करना भी है। डोपिंग मुक्त खेल सुनिश्चित करने के लिए नेशनल स्पोर्ट्स डवलपमेंट कोड आफ इंडिया की तरह की कानूनों को लागू किया जाएगा।