दुमका: पुलिस ने दुमका जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में छापामारी कर प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के दस्ते से जुड़कर मोबाइल टावर में आग लगा कर क्षतिग्रस्त करने से संबंधित आठ साल पुराने मामले में फरार एक नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जरमुंडी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिवेंद्र ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि जिले के रामगढ़ थाना में दर्ज आठ साल पुराने मामले में लम्बे अर्से से फरार चल रहे नामजद आरोपी संतोष किस्कू उर्फ संतोष देहरी को पुलिस ने शनिवार को उसके हड़वाडंगाल गांव में छापामारी कर गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक को नक्सली मामले में आठ वर्षो से फरार आरोपी संतोष किस्कू के हड़वाडंगाल गांव स्थित अपने घर में आकर रहने की गुप्त सूचना मिली थी। इस सूचना के सत्यापन के आधार पर रामगढ़ के थाना प्रभारी अरविंद कुमार राय और पुलिस अवर निरीक्षक संतोष कुमार के नेतृत्व में गठित सशस्त्र पुलिस टीम द्वारा आरोपी के विरुद्ध गिरफ्तारी की कार्रवाई की गयी। उन्होंने बताया कि रामगढ़ के पूर्व थाना प्रभारी विजय शंकर के लिखित बयान पर 10 अक्टूबर 2014 में भादवि की 147,148,149,452,436,17 सीएलए एक्ट और 10/13 यूएपी एक्ट के तहत प्रतिबंधित भाकपा माओवादी संगठन के हार्डकोर इनामी सदस्य विजय दा उर्फ नंदलाल मांझी,ताला दा उर्फ सहदेव राय, संतोष देहरी उर्फ संतोष किस्कू,चांद मुनी मुर्मू,किरण टुडू,नीलू किस्कू समेत 24 नामजद और अन्य 11 अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी जिसमें इन नामजद आरोपियों पर नाजायज मजमा बनाकर हथियार से लैस होकर रात्रि में मोबाइल टावर के सेल्टर रुम और जेनरेटर में आग लगा कर क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने बताया कि नक्सली मामले में गिरफ्तार आरोपी संतोष किस्कू के विरुद्ध शिकारीपाड़ा थाना में भी भादवि की धारा 147,148,307,427,27 आर्म्स एक्ट,3/4 विस्फोटक अधिनियम, 17 सीएलए और 13 यूपीए एक्ट के तहत भी कांड संख्या 127/2014 दर्ज है जिसमें उसकी लम्बे अर्से से उसकी तालाश थी।
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