रांची : होटवार स्टेडियम, रांची में U-17 महिला वर्ल्ड कप फुटबॉल का कैंप लगाये जाने की गुंजाइश खत्म हो गयी है. स्टेडियम में फिलहाल 500 बेड का कोरोना केयर सेंटर बनाया गया है. ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा खिलाड़ियों के लिए बढ़ सकता है.
इसे देखते हुए स्टेडियम के फुटबॉल ग्राउंड में किसी तरह की प्रैक्टिस या कैंप लगाये जाने का प्रोग्राम तकरीबन कैंसिल है. खेल विभाग अब मोरहाबादी के बिरसा मुंडा फुटबॉल ग्राउंड को दुरुस्त करने की तैयारी में जुट गया है.
खेलगांव में कोरोना केयर सेंटर
रांची में कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है. इससे निपटने को जिला प्रशासन ने होटवार स्थित मुख्य स्टेडियम में 500 बेड का कोरोना केयर सेंटर (सीसीसी) बनाया है. यहां कोरोना संक्रमितों को भर्ती किया जाना है. साथ ही संक्रमितों की देखभाल के लिए सिविल सर्जन की तरफ से डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ की तैनाती भी होनी है.
जरुरत पड़ने पर 500 बेड की संख्या को बढ़ाकर 750 तक या इससे भी अधिक किया जा सकता है. जो स्थिति बन गयी है, उसमें फिलहाल अगले एक से दो महीने या उससे भी अधिक समय तक खेलगांव के स्टेडियम खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध नहीं हो सकेंगे.
SAI का भी परहेज
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI), भारत सरकार रांची में अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप के लिए नेशनल कैंप लगाना चाहता है. गोवा में पहले से चल रहे कैंप को कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच कैंसिल कर दिया गया था. रांची में उपलब्ध खेल संसाधनों को देखते हुए यहां कैंप लगाये जाने पर योजना बनी. इस सिलसिले में 25 जुलाई को SAI, कोलकाता की टीम रांची आई थी. होटवार में क्वॉरेंटाइन सेंटर और अब कोरोना केयर सेंटर को देखते हुए उसने यहां कैंप लगाये जाने में रुचि नहीं दिखायी है. हालांकि वहां की रेसिडेंसियल सेवा उन्हें पसंद आयी थी. मोरहाबादी के ग्राउंड को भी उन्होंने देखा है पर इसमें ग्रास की क्वालिटी पर चिंता दिखायी थी.
बिछेगा इंटरनेशनल क्वालिटी का ग्रास
खेल विभाग मोरहाबादी ग्राउंड में इंटरनेशनल क्वालिटी का ग्रास बिछायेगा. इसके लिए टेंडर जारी किया जाना है. विभागीय निदेशक अनिल कुमार सिंह के अनुसार मोरहाबादी ग्राउंड में बरमूडा या ऐसे ही हाई क्वालिटी का ग्रास लगाये जाने की तैयारी है.
कुछ दिनों में इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा सकती है. उम्मीद है कि सितंबर के अंतिम सप्ताह तक ग्रास बिछा ली जाये. कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए अक्टूबर से नेशनल कैंप रांची में ही लगाया जा सकेगा. खेलगांव के आवासीय सेंटर में खिलाडियों के रुकने की व्यवस्था रहेगी. SAI की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
झारखंड की हैं 8 प्लेयर
इंडिया की नेशनल टीम में झारखंड की 8 लड़कियां भी शामिल हैं. फिलहाल इन सभी को खेल विभाग की तरफ से मोरहाबादी के सरकारी गेस्ट में ठहराया गया है. वहां उन्हें प्रॉपर डाईट दी जा रही है. साथ ही मोरहाबादी ग्राउंड में सहायक कोच के जरिये गाइड भी किया जा रहा है.