झारखंड के पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव को गुरुवार को चार घंटे तक ग्रामीणों ने बंधक बनाकर रखा। बीच सड़क पर ग्रामीणों ने बांस-बल्ली से उनका रास्ता रोका। ग्रामीणों ने उनके ऊपर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया है। बाउंड्री का काम रोकने का भरोसा देने के बाद लोगों ने उन्हें छोड़ा। योगेंद्र साव विधायक अंबा प्रसाद के पिता हैं और कुछ दिनों से पतरातू के रिसॉर्ट में रह रहे हैं। मामला रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड के हरिहरपुर पंचायत के मेलानी गांव का है
जमीन कब्जे का आरोप
योगेंद्र साव पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जबरन गांव की जमीन पर वह कब्जा कर रहे हैं। मेलानी गांव के लोगों का कहना है कि पतरातू डैम के किनारे 2 एकड़ 42 डिसमिल जमीन ग्रामीणों की है। पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव और विधायक अंबा प्रसाद मिलकर जबरन इस जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं। इसी विरोध के तहत ग्रामीणों ने योगेंद्र साव का रास्ता रोक लिया और कृषि मंत्री और विधायक अंबा प्रसाद के खिलाफ भी नारेबाजी की।
इस पूरे मामले पर पूर्व कृषि मंत्री ने कहा, वह गांव में नरेश महतो, रमेश बेदिया और माइकल तिग्गा से मिलने आए थे। योगेंद्र यादव ने कहा कि वह हमारे कार्यकर्ता हैं। हमारा विवादित जमीन से कोई संबंध नहीं है। इस पूरे घटना की जानकारी जब पुलिस को मिली तो डीएसपी बिरेंद्र कुमार चौधरी, रोहित कुमार, बासल थाना प्रभारी पहुंचे और कृषि मंत्री को ग्रामीणों से छुड़वाया।
पुलिस ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि इस विवादित जमीन पर कोई निर्माण कार्य नहीं होगा।अगर बाउंड्री बन रही है तो उसके काम को भी रोक दिया जाएगा। पुलिस विभाग के इस भरोसे के बाद ग्रामीणों ने योगेंद्र साव को जाने दिया और बंद रास्ता खोल दिया।