रांची: रामनवमी के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये हैं। राजधानी रांची समेत राज्य के 24 जिलों में 6790 अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जानी है। सुरक्षा बल में सशस्त्र बल और लाठी बल के फोर्स शामिल है। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी कर दिया है। 27 मार्च तक सुरक्षा बल को प्रतिनियुक्त कर दिया जायेगा। पुलिस बल को हथियार, गोली, लाठी, हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर एवं लाइट किट दिया जायेगा। पूरी तरह उपकरण से लैश होकर सुरक्षा बल के जवान तैनात होंगे।
अतिरिक्त तैनाती में जैप की 10 कंपनियों, आईआरबी की तीन कंपनी, 16 ईको, रैप की 6 कंपनियां शामिल हैं। हर साल रामनवमी के मौके पर राज्य के जिलो में शोभायात्रा और जुलूस के मद्देनजर सुरक्षा बल की तैनाती होती है। सांप्रदायिक तनाव और इस तरह की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। सुरक्षा बल इस बात का विशेष ध्यान रखेंगे कि किसी इलाके में तनाव या हिंसा की स्थिति ना हो।
रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, कोडरमा और चतरा में रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की जानी है। रांची, जमशेदपुर, पलामू और दुमका में विशेष तौर पर फोकस किया जा रहा है। इन जगहों पर विशेष सुरक्षा बल की तैनाती की जानी है।
राजधानी रांची में बीडीडीएस की एक टीम तैनात रहेगी। सबसे अधिक हजारीबाग में 1660 जवान, रांची 1155 जवान और गिरीडीह में 500 जवानों की तैनाती की गई है.झारखंड में रामनवमी को लेकर ज्यादा सतर्कता बरती जाती है। यह सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाका है। इस इलाके में डीजे पर लगी रोक और कुछ इलाको में धारा 144 लागू करने के निर्देश का भी पूरजोर विरोध हो रहा है। विधानसभा में इसे लेकर बवाल मचा है। स्थानीय लोग विरोध करते हुए अनशन पर बैठे हैं।
रांची उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा द्वारा एडीएम लॉ एंड ऑर्डर को रामनवमी को ध्यान में रखते हुए व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का निदेश दिया गया। जिसमें प्रमुख संचालन समिति एवं पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी जुड़े रहेंगे ताकि अति आवश्यक मामलों की जानकारी त्वरित रूप से मिल सके। साथ ही इसमें सोशल मीडिया में आपत्तिजनक, गलत पोस्ट, नशा करनेवालों आदि के बारे में सूचना शेयर हो सके।