रांची । प्रदेश कांग्रेस कमिटी संगठन सशक्तिकरण अभियान के संयोजक आलोक कुमार दूबे ने कहा है कि महिला विश्व कप फुटबॉल प्रतियोगिता में भारतीय टीम की कप्तानी गुमला की बेटी अष्टम उरांव सहित छः बेटियों का चयन राज्य के लिए गौरव की बात है तो वहीं दूसरी तरफ वो जो सर झुका के धीरे से कहते हैं नां लड़की हुई है, झारखण्ड की बेटियों ने उन सभी अभिभावकों को मस्तक ऊंचा कर भेदभाव नहीं करने का व्यापक संदेश भी दिया है। आलोक दूबे ने सभी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
गुमला के संयोजक आलोक कुमार दूबे ने गुमला जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष रौशन बरुवा एवं पदाधिकारियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे गुमला विशुनपुर की खिलाड़ी अष्टम उरांव एवं गुमला की ही दूसरी खिलाड़ी सुधा अंकिता तिर्की के आवास पर जाकर परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा।इस मौके पर गुमला जिला के प्रभारी मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव भी शामिल होंगे। आलोक दूबे ने सिमडेगा जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनूप केसरी से भी दूरभाष पर बात कर सिमडेगा से चयनित खिलाड़ी पूर्णिमा कुमारी के घर जाकर सम्मानित करने का आग्रह किया है।
संगठन सशक्तिकरण अभियान के संयोजक ने बताया कि रांची की नीतू लिंडा,अनीता कुमारी एवं अंजलि मुण्डा के घर वे स्वयं जाकर परिजनों को सम्मानित करेंगे ।
आलोक दूबे ने कहा सीमित संसाधनों एवं विशेष सहयोग नहीं मिलने के बावजूद झारखण्ड की बेटियां हर क्षेत्र में राज्य का नाम रौशन कर रही हैं। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीरंदाजी,हॉकी,लॉनबॉल खेलों में झारखण्ड की बेटियां कमाल कर रही हैं,हाकी में दो दर्जन से अधिक अंतर्राष्ट्रीय महिला खिलाड़ी झारखंड से निकली हैं, वहीं गुजरात में चल रहे 36 वें राष्ट्रीय खेल के तीरंदाजी स्पर्धा में झारखण्ड को तीन पदक मिले हैं।
आलोक दूबे ने कहा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के द्वारा जिस तरह से पढ़ाई लिखाई, खेलकूद में बच्चियों को प्रोत्साहन मिल रहा है और उन्हें नौकरियां भी दी जा रही हैं आने वाले दिनों में देश और दुनिया में झारखण्ड अपनी प्रतिभा एवं योग्यता के सुखद परिणाम देखने को मिलेंगे।