साहेबगंज. जिले के डीहारी गांव के शहीद कुंदन कुमार ओझा के बड़े भाई मनोज कुमार ओझा ने कहा कि चायना की हरकत कायराना है। उन्होंने बताया कि मां के मोबाइल पर फोन आया कि कुंदन अब नहीं रहे, वे देश के लिए शहीद हो गए हैं। मुझे दुख है, मेरा छोटा भाई है और ये देश के लिए अपूर्णिय क्षति है, इसे बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के लोग पहले से ही कोरोना से पीड़ित हैं और अब चायना कायराना हरकत कर रहा है, देश की सरकार को इसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। बता दें कि शहीद पार्थिव शरीर गुरुवार को साहेबगंज पहुंचेगा जिसके बाद उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी और फिर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मनोज ओझा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मेरी अपील है कि चायना की इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए ताकि देश के वीर जवानों की आत्मा को शांति मिल सके और चायना दोबारा हमें आंख दिखाने की कोशिश न करे।
वहीं शहीद के चाचा रामानुज ओझा ने कहा कि हमलोग समाचार पत्रों और दूरदर्शन पर देखा करते थे कि सीमा पर देश के जवान शहीद हो रहे हैं। अब हमारे गांव के बेटे ने भी सीमा पर देश की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है। हमें इसका गर्व है। इसकी क्षतिपूर्ति तो हमलोग नहीं कर पाएंगे। लेकिन सरकार से आग्रह करेंगे कि इसके बदले में उचित जवाबी कार्रवाई की जाए।
पिता रोते रहे… कुछ ज्यादा नहीं बोले
शहीद के पिता रविशंकर ओझा ने सिर्फ इतना कहा कि उन्हें बेटे की शहादत पर गर्व है। इस दौरान वे रोते रहे, आसपास के लोग उन्हें संभालते रहे लेकिन वे ज्यादा कुछ नहीं बोल पाए। उनके चेहरे पर चायना की कायराना हरकत के खिलाफ गुस्सा और बेटे के खोने का गम साफ तौर पर दिख रहा था। इस दौरान आसपास के लोग और परिजन उनका ढांढस बंधाते रहे।
दोस्तों से जल्द मिलने का वादा कर गए थे कुंदन
देश सेवा की जज्बा और दुश्मनों को मरते दम तक चुनौती देने वाले झारखंड साहिबगंज डीहारी के कुंदन ओझा अपने दोस्तों में काफी लोकप्रिय थे। 5 महीने पहले अपने घर आए थे तो दोस्तों को यह वादा करके गए थे कि शीघ्र ही फिर मिलेंगे लेकिन वादा निभाने से पहले कुंदन शहीद हो गए।