केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी विवादित बयान दे दिया जिसके बाद घमासान मच गया है. टीवी रिपोर्ट के अनुसार नासिक के भाजपा कार्यालय में पथराव किया गया है. शिवसेना के कार्यकर्ताओं पर पथराव का आरोप भाजपा ने लगाया है. वहीं कोरोबारी नगरी मुंबई में शिवसेना के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी है.
इधर शिवसेना सांसद विनायक राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है और नारायण राणे को कैबिनेट से हटाने की मांग की है. टीवी रिपोर्ट के अनुसार नारायण राणे को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस नासिक रवाना हो चुकी है.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई में राणे के घर पर हमला किया है. यहां उनकी पुलिस से झड़प भी हुई जिसमें कई पुलिसकर्मी के घायल होने की खबर है. घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज करने की जरूरत पड़ी.
आपको बता दें कि राणे ने दावा किया कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं और इसी संदर्भ में मंत्री ने यह विवादित बयान दिया. राणे ने रायगढ़ जिले में सोमवार को ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के दौरान कहा कि यह शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि आजादी को कितने साल हुए हैं. भाषण के दौरान वह पीछे मुड़ कर इस बारे में पूछताछ करते नजर आए थे. अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता.
यहां चर्चा कर दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में आ गये और फिर, 2019 में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए. राणे ने दावा किया कि 15 अगस्त को जनता को संबोधित करते समय ठाकरे यह भूल गए थे कि आजादी को कितने साल पूरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि भाषण के बीच में वह अपने सहयोगियों से पूछ रहे थे कि स्वतंत्रता दिवस को कितने साल हुए हैं.
राणे के इस बयान की शिवसेना ने कड़ी निंदा की है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुंबई और कई अन्य स्थानों पर पोस्टर लगाए हैं, जिसमें राणे को ‘कोम्बडी चोर’ (चिकन चोर) बताया गया है. गौरतलब है कि करीब पांच दशक पहले चेंबूर में राणे पॉल्ट्री की दूकान चलाते थे. इस बीच, शिवसेना के रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से सांसद विनायक राउत ने कहा कि राणे मानसिक संतुलन खो चुके हैं. राउत ने कहा कि भाजपा नेतृत्व को खुश करने के लिए, राणे शिवसेना और उसके नेतओं को निशाना बना रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में जगह मिलने के बाद वह अपना मानसिक संतुलन खो जुके हैं. मोदी को उन्हें बाहर कर देना चाहिए.
तीन केस दर्ज : नारायण राणे के खिलाफ तीन पुलिस थानों में FIR दर्ज की गई है. उनके खिलाफ नासिक, पुणे और महाड़ में केस दर्ज किया गया है.
जानें राणे ने क्यों छोड़ी थी शिवसेना : आपको बता दें कि कुछ दिन पहले केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए कहा था कि वह अभी भी बालासाहेब ठाकरे को अपना गुरु मानते हैं, लेकिन उद्धव ठाकरे के कारण उन्हें शिवसेना का त्याग करना पड़ा था. उन्होंने कहा था कि 39 साल तक शिवसेना के साथ मैं रहा और बालासाहेब जी ने ही मुझे मुख्यमंत्री बनाया. मैं बालासाहेब जी का सम्मान करता हूं, उन्हें अपना गुरु मानता हूं…जब मैं शिवसेना में था तब भी मुझे उद्धव ठाकरे का साथ नहीं था और मैंने उनकी वजह से ही शिवसेना छोड़ दी.