नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने राज्यसभा में कुछ महिला सांसदों के साथ कथित धक्कामुक्की की घटना को गुरुवार को ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया और इस मुद्दे, पेगासस जासूसी मामला एवं केंद्रीय कृषि कानूनों के मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. मामले को लेकर विपक्षी दल के नेताओं ने उपराष्ट्रपति वैंकैया नायडू से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा.
कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुलाकात के बाद कहा कि राज्यसभा में बाहरी लोगों को बुलाया गया. सदन में बाहरी लोगों ने पिटाई करने का काम किया. उन्होंने कहा कि जो सदन में हुआ वो अलोकतांत्रिक है. सदन में गतिरोध के लिए सरकार जिम्मेदार है. पेगासस मुद्दे पर चर्चा से सरकार भाग रही है. सरकार ने जान बूझकर सदन नहीं चलने दिया.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि राज्यसभा के चेयरमैन वैंकैया नायडू ने हमारी बात सुनी है. सदन में हुई घटना की जानकारी हमने उन्हें दी. हर 10 मिनट में बिल पास हो गये. महिला सांसदों से बदसलूमकी के संबंध में हमने उनके समक्ष अपनी बात रखी.
क्या कहा राहुल गांधी ने : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि राज्यसभा में सांसदों की पिटाई की गई और इस संसद सत्र में देश के 60 प्रतिशत लोगों की आवाज को दबाया गया, अपमानित किया गया तथा विपक्ष को जनता के मुद्दे उठाने का मौका नहीं दिया गया.
पैदल मार्च : राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में बैठक करने के बाद विपक्षी नेताओं ने संसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च किया. इस दौरान कई नेताओं ने बैनर और तख्तियां ले रखी थीं. बैनर पर ‘हम किसान विरोधी काले कानूनों को निरस्त करने की मांग करते हैं’ लिखा हुआ था. विपक्षी नेताओं ने ‘जासूसी बंद करो’, ‘काले कानून वापस लो’ और ‘लोकतंत्र की हत्या बंद करो’ के नारे भी लगाए.
विपक्षी नेताओं की बैठक : इससे पहले, विपक्षी नेताओं की बैठक में खड़गे, राहुल गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश एवं आनंद शर्मा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव, द्रमुक के टी आर बालू, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा और कई अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए. विपक्षी दलों के मार्च के बाद राहुल गांधी और कई विपक्षी नेताओं से संवाददाताओं से बातचीत में सरकार पर निशाना साधा.