रांची: विश्व रक्तदाता दिवस पर झारखंड के छह जिलों रांची, गुमला, पलामू, धनबाद, गिरिडीह व पूर्वी सिंहभूम को ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट की सौगात मिली। स्वास्थ्य शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्रालय झारखंड सरकार द्वारा आयोजित और राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट का वर्चुअल शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदर अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट का शिलान्यास किया है। सदर अस्पताल में लगातार खून की कमी, कंपोनेंट तैयार करने की सुविधा नहीं होने से मरीजों को परेशानी होती थी।
खासकर थैलेसीमिया और सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित बच्चों को ब्लड के लिए इंतजार करना पड़ता था। ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट नहीं होने से एक मरीज को एक यूनिट पूरी ब्लड चढ़ाई जाती थी। जबकि, एक यूनिट ब्लड से एक साथ तीन से चार मरीजों का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए यूनिट की जरूरत थी। यूनिट के शुरू होने से कंपोनेंट सेपरेटर मशीन ब्लड में शामिल प्लाज्मा, रेड ब्लड सेल (आरबीसी) पैक्ड सेल और फ्रेस फ्रोजिन प्लाज्मा (एफपीपी) को अलग कर तीन अलग-अलग मरीजों को दिया जा सकता है। सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. विमलेश के अनुसार, इस सेपरेशन यूनिट में ब्लड सेल कांप्लेक्स को अलग किया जाएगा। अभी तक अस्पताल में होल ब्लड की व्यवस्था थी। अब रिम्स का भार पूरी तरह कम होगा और मरीजों को इसका लाभ मिलेगा। शिलान्यास के अवसर पर उपायुक्त छवि रंजन, उपविकास आयुक्त विशाल सागर, सिविल सर्जन डाॅ. विनोद कुमार समेत अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।
आरबीसी (पैक्ड सेल)
अभी सदर अस्पताल में थैलेसिमिया और स्किल सेल इनीमिया से आने वाले पीड़ित बच्चाें काे पैक्ड सेल चढ़ाने के लिए रिम्स से मंगाना पड़ता था। अब सदर में ही मिलेगा।
प्लेटलेट्स
मलेरिया-डेंगू, ब्लड कैंसर, लीवर से संबंधित रोग, विटामिन बी की कमी, गर्भवती, नवजात शिशु आदि को इसकी जरूरत पड़ती है। यूनिट शुरू होने से इन्हें ब्लड चढ़ाने में लाभ मिलेगा।
डीडीसी ने किया रक्तदान
कार्यक्रम के बाद डीडीसी विशाल सागर ने सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान किया। रक्तदान करने के बाद उपविकास आयुक्त ने कहा कि मेरी ओर से ये छोटा सा प्रयास है। सामाज के प्रति अगर आप अपना योगदान देना चाहते हैं तो ये अच्छा तरीका है। वैसे व्यक्ति जिसे खून की जरुरत है और आपके रक्तदान से उसका जीवन बचता है तो इससे इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।
20 दिनों के अंदर तैयार होने लगेंगे कंपोनेंट
सदर अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि 20 दिनों के अंदर सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएगी। कंपोनेंट मशीन उपलब्ध है, लेकिन अन्य कुछ मशीनों की खरीद हो चुकी है। सिर्फ अस्पताल में डिलीवर होना बाकी है। मशीन आते ही इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया शुरू होगी। संभवतः 2 जुलाई को इसकी शुरुआत होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा… हमारा संकल्प है कि किसी भी मरीज की मौत खून की कमी से न हो
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में किसी की मौत खून की कमी से न हो, यही हमारा संकल्प है। इस दिशा में सरकार निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने रक्तदान के प्रति लोगों को अभियान चलाकर प्रेरित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से पूरे राज्य में ब्लड की कमी नहीं होगी। मरीजों को आवश्यकता अनुसार रक्त उपलब्ध कराया जा सकेगा। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि इंसान ही इंसान के लिए खून उपलब्ध कराता है। हमारी सोच वृहत और इसी सोच के कारण हम कोरोना का सामना करने में सफल रहे। इस अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान के लिए झारखंड विशिष्ट कैलेंडर का भी शुभारंभ किया गया।