Patna: भ्रष्टाचार के आरोप में सस्पेंड DSP तनवीर अहमद के दो ठिकाने पर गुरुवार सुबह बिहार आर्थिक अपराध शाखा (EOW) की टीम ने दबिश दी। पटना के आशियाना-दीघा रोड में स्थित एक अपार्टमेंट के फ्लैट और बेतिया के पुश्तैनी घर पर छापेमारी शुरू हो गई है। दोनों जगहों को खंगाला जा रहा है। इन पर आय से अधिक संपत्ति का मामला है।
DSP तनवीर अहमद की पोस्टिंग पटना जिले के पालीगंज में बतौर SDPO थी। लंबे वक्त तक यहां रहे। इनके ऊपर बालू माफियाओं का साथ देने और उसके जरिए काली कमाई करने का गंभीर आरोप है। राज्य सरकार से मिले आदेश पर इनके खिलाफ इंटरनल जांच हुई थी, जिसमें काफी सारे सबूत मिले थे। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था और उनकी तैनाती पुलिस मुख्यालय में कर दी गई थी।
ADG नैयर हसनैन खान ने बताया- ‘तनवीर अहमद के खिलाफ बुधवार को ही पटना में EOW ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की FIR दर्ज की थी और पटना कोर्ट से उसके फ्लैट और घर की तलाशी लेने के लिए सर्च वारंट जारी करने की अपील की गई थी। जिसे कोर्ट ने तुरंत मंजूर कर दिया। इसके बाद उसके पटना वाले फ्लैट और बेतिया के घर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।’
बेतिया जिले में पैतृक गांव
EOU की एक टीम बेतिया के उसके पुश्तैनी घर पर भी छापेमारी कर रही है। हालांकि, वहां मौजूद अधिकारी अभी मीडिया से कुछ भी बताने से बच रहे हैं। अहमद का घर भारत-नेपाल सीमा के बेतिया जिले के इनरवा थाना क्षेत्र पिराडी गांव में है। जानकारी के अनुसार, ऐसे में बालू माफियाओं से सांठगांठ के मामले में तनवीर अहमद दूसरे अफसर हैं, जिनके खिलाफ आय से अधिक सम्पति मामले में कार्रवाई हो रही है।
कई अफसर रडार पर
बिहार सरकार के कई अधिकारी अभी भी आर्थिक अपराध इकाई की रडार पर हैं। बिहार प्रशासनिक और बिहार पुलिस सेवा के पांच अधिकारी भी इस मामले में नपे थे। बिहार सरकार ने डेहरी-ऑन-सोन के तत्कालीन SDO सुनील कुमार सिंह और SDPO रहे संजय कुमार के साथ भोजपुर के तत्कालीन अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पंकज कुमार राउत, औरंगाबाद सदर के तत्कालीन SDPO अनूप कुमार और पालीगंज के DSP रहे तनवीर अहमद को भी निलंबित कर दिया गया था।