पलामू पुलिस ने एक लाख के इनामी नक्सली गुड्डू सिंह को गुजरात के सूरत से गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। बुधवार को SP संजीव कुमार ने बताया कि गुड्डू सिंह सूरत में कोसंबा में टेक्सटाइल कंपनी में काम कर रहा था। पुलिस को जब इसके बारे में पता लगा तो छतरपुर SDPO शंभू कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम गुजरात गई। कोसंबा थाना की पुलिस की मदद से गुड्डू को गिरफ्तार किया गया।
SP के अनुसार, पुलिस ने नक्सली को सूरत से 2 जनवरी को गिरफ्तार किया था। नौडीहा बाजार के कोरामी गांव निवासी अनिरुद्ध सिंह का 40 साल का बेटा गुड्डू 2009 से 2014 तक नक्सली घटनाओं को अंजाम देता रहा है। सरकार ने इसके ऊपर एक लाख का इनाम घोषित कर रखा था।
पुलिस से बचने के लिए चला गया था गुजरात
गुड्डू पर नौडीहा बाज़ार थाना क्षेत्र में 8 मामले दर्ज हैं। वह माओवादी सबजोनल कमांडर अरविंद भुइयां उर्फ मुखिया के दस्ते का सदस्य रहा है। पुलिस से बचने के लिए नक्सली गुड्डू भागकर गुजरात चला गया था। सूरत पुलिस के मुताबिक गुड्डू सिंह पिछले तीन वर्षों से फैक्ट्री में मशीन मैकेनिक था। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस फैक्ट्री में आर्मी के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट, हेल्मेट और पैराशूट का कपड़ा तैयार होता है।
पत्नी व दो बच्चों के साथ रह रहा था
जांच में सामने आया है कि गुड्डू भागकर गुजरात आ गया था। गुजरात आकर वह एक कंपनी में काम करने लगा था। इसके बाद पिछले तीन सालों से टेक्सटाइल फैक्ट्री में मशीन मैन के रूप में काम कर रहा था। झारखंड में पलामू जिले के कोरमी गांव का निवासी गुड्डू कोसंबा के पुलिस स्टेशन के पास ही पत्नी और दो बच्चों से साथ रहा था।
फर्जी आधार कार्ड के सहारे पाई थी नौकरी
झारखंड से भागकर गुजरात के सूरत आने के बाद गुड्डू ने एक परिमल प्रतापसिंह नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया था। इसी आधार कार्ड के जरिए वह छोटी-मोटी जगह काम पा लेता था। टेक्सटाइल फैक्ट्री में भी उसने इसी आधार कार्ड के जरिए एंट्री की थी।