रांची : हेल्थ डिपार्टमेंट के प्रभारी अपर मुख्य सचिव एक्शन में हैं। बैक टू बैक दौरा कर रहे हैं। डॉक्टर और अधिकारियों को हिदायत दे रहे हैं। रांची में ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड के समाप्त हो जाने की खबर के बाद पहले उन्होंने बुधवार शाम को खेलगांव स्थित कोविड सेंटर का निरीक्षण किया। वहां उन्होंने बेड तैयार करने का निर्देश दिया।
अब गुरुवार को वे सदर अस्पताल पहुंचे। यहां इ्होंने प्रभारी सिविल सर्जन विनोद कुमार, डीडीसी विशाल सागर और एसडीओ उत्कर्ष गुप्ता से अस्पताल में सुविधायों की जानकारी ली। अरुण कुमार सिंह ने सदर अस्पताल में डॉक्टर्स, नर्स, दवाइयों और बेड की उपलब्धता के बारे में सिविल सर्जन से विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि व्यवस्था के औचक निरीक्षण के लिए वह किसी भी समय अस्पताल पहुंच सकते हैं।
सदर अस्पताल में नए बेड बनाने के दिए निर्देश
सिविल सर्जन ने बताया कि अस्पताल में फिलहाल 240 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड हैं। इस पर उन्हें बेड की व्यवस्था बढ़ाने का निर्देश दिया गया। डीडीसी ने बताया कि इस पर कार्य प्रगति पर है। जल्द ही अस्पताल में और नए बेड की व्यवस्था कर ली जाएगी। सिंह ने बताया कि जेवियर कॉलेज के हॉल में भी ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड की व्यवस्था करने की तैयारी है।
अस्पताल में नहीं होनी चाहिए दवाइयों की कमी
अरुण कुमार सिंह ने सिविल सर्जन से कहा कि अस्पताल में इलाजरत मरीजों को दवाइयों की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यवस्था को सही तरीके से धरातल पर उतारें, सदर अस्पताल रांची में पूरे झारखंड की नजर है। यहां व्यवस्था ठीक रहेगी तो लोगों में सकारात्मक संदेश जाएगा। डीडीसी ने बताया कि अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है।
अपर मुख्य सचिव नेे कहा – नहीं मिलनी चाहिए किसी की शिकायत
अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था हेतु किसी भी तरह से कमी नहीं होने दी जाएगी विभाग इसके लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लगे सभी डॉक्टर, नर्स, पारा मेडिकल कर्मी, स्वास्थ्यकर्मियों के लिए सबके मन में प्रेम और आदर का भाव है। मैं उम्मीद करता हूं कि किसी की शिकायत सुनने को नहीं मिलेगी।