रांची । मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी ने निर्देश दिया कि सरकारी विद्यालयों में चाहरदिवारी निर्माण के निर्माण के हेतु जल्द से जल्द कार्य करें। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ती है तो इस हेतु एक मानक प्राक्कलन भी तैयार करें। । उन्होंने कहा कि वर्तमान में चल रही योजनाओं के गुणवक्तपूर्ण क्रियान्वन में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। मनरेगा मद से लेबर कॉपोनेंट की राशि का प्रावधानानुसार उपयोग किया जाय। मनरेगा आयुक्त आज स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग से अभिसरण की संभावनाओं पर चर्चा हेतु आहूत बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं ।
बता दें कि सरकार द्वारा राज्य में आदर्श विद्यालय योजना के अन्तर्गत 4,496 विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जा रहा है। जिसके तहत स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा राज्य में केन्द्रीय विद्यालयों के तर्ज पर संचालित 89 मॉडल विद्यालयों में से 18 मॉडल विद्यालयों का चयन चाहरदिवारी के निर्माण के लिए किया गया है।
राजेश्वरी बी ने जानकारी दी कि प्रारंभ में 18 मॉडल विद्यालयों में चाहरदिवारी के निर्माण मनरेगा के साथ अभिसरण के माध्यम से किया जाएगा। मॉडल विद्यालयों के
निर्माण हेतु मनरेगा मद से लेबर कॉपोनेंट की राशि दी जाएगी।
बैठक में उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्य स्थल पर अभिसरण के माध्यम से क्रियान्वित की जाने वाली योजनाओं के सापेक्ष मजदूरी एवं सामग्री मद की राशि, मनरेगा मद से लेबर कॉपोनेंट हेतु उपलब्ध करायी गई राशि तथा न्यूनतम मजदूरी दर से संबंधित एक बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा।