रांची: झारखंड के पलामू में बाल मजदूरी का मामला सामने आया है। यहां से बच्चों को 2 हजार रुपये में राजस्थान भेजा जा रहा है। मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कार्रवाई का आदेश दिया है। इस संबंध में सीएम ने कहा है कि बाल मजदूरी एक कलंक है, जिसे आप-हम सबको मिलकर खत्म करना है।
उन्होंने पलामू उपायुक्त को आदेश देते हुए कहा है कि मामले की जाँच कर कार्रवाई करते हुए संबंधित क्षेत्र में परिवारों को जरूरी सरकारी योजनाओं से मदद पहुँचाकर तथा बच्चों को शिक्षा हेतु स्कूल में नामांकन करा कर सूचित करें। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में महिला-बाल विकास और सामाजिक सुरक्षा मंत्री जोबा मांझी से भी मामले में संज्ञान लेने को कहा है।
बता दें कि मुख्यमंत्री को सूचना दी गई कि पलामू के मनातू में बाल मजदूरी करवाने का धंधा चल रहा है। बच्चों को 2000 रुपये में राजस्थान भेजा जा रहा है। जानकारी के अनुसार, लॉकडाउन में राजस्थान से 7 बाल मजदूरों को वापस पलामू लाया गया है। इन बच्चों की उम्र 8 से 13 वर्ष है। राजस्थान में इन बच्चों से विभिन्न फैक्ट्रियों में काम करवाया जाता है। इस दौरान इन्हें सही तरह से भाेजन भी नहीं दिया जाता है।