रांची। झारखंड में लातेहार पुलिस के समक्ष नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के दो लाख का इनामी जोनल कमांडर संजय प्रजापति ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली को पुलिस की ओर से 2 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया।
30वर्षीय जेजेएमपी के सबजोनल कमांडर संजय प्रजापति ने झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास के तहत शुरू की गयी नई दिशा से प्रभावित होकर डीआईजी राजकुमार लकड़ा और लातेहार के पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन के समक्ष आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली संजय के खिलाफ लातेहार जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में कई मामले दर्ज थे और वह 4 वर्ष से फरार चल रहा था। संजय वर्ष 2013 से नक्सली संगठन में सक्रिय था और उस पर दस्ते के सदस्य पप्पू लोहरा, आजाद जी, मनोहर पहाडिरूा और उपेंद्र सिंह खेरवार के साथ मिलकर कई नक्सली वारदात को अंजाम देने का आरोप है।
मौके पर डीआईजी राजकुमार लकड़ा ने भटके हुए लोगों से अपील की है कि वे सभी सरेंडर कर सरकार की योजना का लाभ उठाये। पुलिस हर तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि उग्रवाद किसी भी व्यक्ति के लिए विकास का रास्ता नहीं हो सकता और यह रास्ता विनाश की ओर ले जाता है।इसलिए नक्सली आत्मसमर्पण कर योजना का लाभ उठाएं, पुलिस उन्हें हरसंभव मदद करेगी।