लातेहार: बालूमाथ थाना क्षेत्र के डाढा गांव के नावाबांध से स्थानीय पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक तमिलनाडु नम्बर की बस में सवार 31 लड़कियों का रेस्क्यू किया है। जानकारी के अनुसार सभी लड़कियों को धागा फैक्ट्री में नौकरी का लालच देकर झारखंड से चेन्नई के तमिलनाडु ले जाया जा रहा था। रेस्क्यू की गई लड़कियों में नौ नाबालिग हैं।
इस सम्बंध में अंचलाधिकारी (सीओ) रवि कुमार ने बताया कि लातेहार, लोहरदगा, रांची, सिमडेगा सहित कई जिलों से लड़कियों को चेन्नई के कृष्णा कपड़ा मिल ले जाया जा रहा था। जिसमें 9 नाबालिग लडकियां हैं। वहीं बस में से लड़कियों को ले जाने सम्बंधित कोई भी काजदात नहीं पाया गया। साथ ही फैक्टरी का भी पेपर नहीं मिला है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लड़कियों को चेन्नई ले जाने में बालूमाथ के रहने वाले शिवा उरांव नाम के व्यक्ति का नाम सामने आया है। जो इन लड़कियों 9 हजार रुपए प्रति माह देने का वादा कर ले जा रहा था। पुलिस ने बस के चालक और उपचालक को भी पकड़ा है। लेकिन दोनों को हिंदी नहीं आती। फिहलाल रेस्क्यू किये गए लड़कियों को बालूमाथ स्तिथ कस्तुरबा बालिका स्कूल में रखा गया है और मामले की छानबीन जारी है।