टाटा संस ने तुर्किश एयरलाइंस के पूर्व चेयरमैन इल्कर आयसी (Ilker Ayci) को एअर इंडिया का नया MD और CEO बनाया है। कंपनी के बोर्ड की आज हुई मीटिंग में यह फैसला किया गया। वे एक अप्रैल से अपनी जिम्मेदारी को संभालेंगे। बोर्ड की मीटिंग में टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन भी शामिल हुए थे। बोर्ड ने उचित विचार-विमर्श के बाद उनके नाम को मंजूरी दी।
उनकी जॉइनिंग के लिए अभी सभी रेगुलेटरी से मंजूरी लेना बाकी है। टाटा ग्रुप ने एअर इंडिया की 100% हिस्सेदारी 18,300 करोड़ रुपए में खरीदी थी। 27 जनवरी को यह डील पूरी हुई और उस दिन से टाटा संस इसका मालिक हो गया।
आयसी का जन्म 1971 में इस्तांबुल में हुआ था। 51 वर्षीय आयसी, तुर्की की बिल्केंट यूनिवर्सिटी के पॉलिटिकल साइंस और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के 1994 बैच के पूर्व छात्र हैं। 1995 में उन्होंने इंग्लैंड की लीड्स यूनिवर्सिटी में पॉलिटिक साइंस पर एक रिसर्च प्रोजेक्ट किया था। 1997 में उन्होंने इस्तांबुल की मरमारा यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशंस मास्टर प्रोग्राम पूरा किया।
टाटा ग्रुप से जुड़ने पर खुश हूं: आयसी
आयसी ने कहा, “मैं लीडिंग आइकॉनिक एयरलाइंस को लीड करने और टाटा ग्रुप से जुड़ने के लिए काफी खुश हूं। हम एअर इंडिया की मजबूत विरासत का उपयोग करेंगे और दुनिया में इसे बेस्ट एयरलाइंस बनाने की कोशिश करेंगे।” द वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, आयसी टर्किश फुटबॉल फेडरेशन, टर्किश एयरलाइंस स्पोर्ट्स क्लब और TFF स्पोर्टिफ एनोनिम सिरकेटी के बोर्ड मेंबर हैं। वह कनाडाई तुर्की बिजनेस काउंसिल और यूएस-तुर्की बिजनेस काउंसिल के सदस्य भी हैं।
टाटा के पास तीन एयरलाइंस
टाटा संस के पास इस समय तीन एयरलाइंस हैं। इसमें एयर एशिया, विस्तारा और एअर इंडिया शामिल हैं। टाटा ग्रुप एअर इंडिया के वर्तमान कर्मचारियों को भी रखेगा जिनकी संख्या करीब 8,500 है। चंद्रशेखरन ने कहा कि आयसी एविएशन इंडस्ट्री के लीडर हैं जिन्होंने तुर्किश एयरलाइंस को लीड किया था। हम टाटा ग्रुप में इनके आने से खुश हैं, जहां वे एअर इंडिया को लीड करेंगे।
दूसरी सबसे बड़ी एयरलाइंस
टाटा संस के टेकओवर के बाद टाटा देश की दूसरी बड़ी एयरलाइन बन गई है। इसका पूरा शेयर टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर किया जा चुका है। इसके बाद चंद्रशेखरन ने कहा कि हम इस डील से काफी खुश हैं कि एअर इंडिया टाटा ग्रुप के पास आ गई है। उन्होंने कहा था कि अब हम एक वर्ल्ड क्लास एयरलाइंस बनाने के लिए काम करेंगे।