जादूगोड़ा। यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड(यूसिल) के मजदूरों का मासिक वेतन में कटौती का कारण सभी मजदूर भड़क उठे। वेतन की कटौती से आक्रोश में आए मजदूरों ने काम पर जाने से इनकार कर दिया और सभी ने यूसिल तुरामडीह एवं महुलडीह इकाई के मुख्य गेट पर सभी मजदूर जाम लगा दिया। सभी मजदूर यूसिल प्रबंधन से पूरी वेतन देने की मांग कर रहे है। तुरामडीह एवं महुलडीह इकाई के मजदूरों का कहना है कि अप्रैल महीने का वेतन काट लिया गया है और कई मजदूरों के बैंक खाते में 30 से 40 रुपिया आया है। अभी तक कई मज़दूरों का पेमेंट स्लिप भी नही आया है जिस से की वे अपने आये हुए वेतन का अनुमान नहि लगा पा रहे। जिस से की सभी मजदूरो ने कंपनी का मुख्य गेट बंद कर सुबह से कम ठप कर दिया है। सैकड़ो मजदूर तुरामडीह एवं महुलडीह के कंपनी गेट के पास जमे हुए है। मजदूरों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण हमलोग काम पर नही आ पाए और लॉकडाउन के माध्यम से केंद्रीय एवं राज्य सरकार का भी कहना है कि किसी भी कंपनी में किसी भी मजदूर का वेतन नही काट जाएगा परंतु हिमारे अप्रैल महीने की वेतन में कटौती की गई है। मौके पर उपस्थित पोटका के विधायक संजीव सरदार ने सभी मजदूरों से समश्या की जानकारी लिए और यूसिल प्रबंधन से बात कर समश्या का समाधान किये जाने की बात कही है।
वहीं दूसरी तरफ यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले माह जब सरकार द्वारा लॉकडाउन का नोटिफिकेशन माइंस बंद करने के लिए आया था उस अवधि का कोई पैसा नहीं कटा है। सरकारी आदेश के अनुसार माइंस को एक अप्रैल से जबिक मिल को 15 अप्रैल से चालू करने का आदेश आया था। मगर कुछ कामगार लॉकडाउन के नाम पर फायदा उठाकर ड्यूटी पर नहीं आए। ऐसे में उनका पैसा कटना तो लाजिमी था। इसलिए इन मजदूरों का पैसा काटा गया है। हालांकि,उन्होंने कहा कि हाजिरी अभी बायोमेट्रिक से नहीं बन कर रजिस्टर में बनाई जा रही है, ऐसे में कुछ त्रुटि की भी संभावना हो सकती है। उसे सुधार लिया जाएगा।