संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (OHCHR) ने सोमवार को कहा कि 24 फरवरी को रूसी हमले की शुरुआत के बाद से यूक्रेन में मारे गए नागरिकों की संख्या 3,000 से अधिक हो गई है. अब तक मारे गए 3,153 लोगों की संख्या शुक्रवार से 254 की वृद्धि दर्शाती है.
ओएचसीएचआर ने चल रहे पुष्टि प्रयासों का हवाला देते हुए कहा कि वास्तविक टोल काफी अधिक होने की आशंका है. ओएचसीएचआर ने कहा, ज्यादातर पीड़ित मिसाइल हमले और हवाई हमले जैसे व्यापक प्रभाव क्षेत्र वाले विस्फोटक हथियारों से मारे गए.
यूक्रेन का दावा, अब तक रूस के 23,800 सैनिक मारे गये
इस बीच यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि जंग शुरू होने के बाद से 2 मई तक रूस के 23,800 सैनिक मारे गए हैं. मंत्रालय ने ट्वीट किया कि रूस को युद्ध में अब तक 194 एयरक्राफ्ट, 155 हेलीकॉप्टर, 1048 टैंक, 271 यूएवी ऑपरेशनल, 38 स्पेशल इक्विपमेंट और 1824 वाहन और फ्यूल टैंक का नुकसान उठाना पड़ा है
जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों से की वापस जाने की अपील
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार देर रात रूसी भाषा में दिए अपने वीडियो संबोधन में रूसी सैनिकों से यूक्रेन में युद्ध न लड़ने की अपील की. उन्होंने कहा कि रूस के सैन्य अधिकारी भी जानते थे कि यूक्रेन युद्ध में हजारों रूसी सैनिक मारे जा सकते हैं.
यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, “हर रूसी सैनिक अभी भी अपनी जान बचा सकता है. आपके लिए हमारी भूमि पर आकर अपनी जान कुर्बान करने से बेहतर है कि आप रूस में रहकर जीवित रहें.”
मारियुपोल में इस्पात संयंत्र में फंसे लोगों को निकालने का काम शुरू
रूसी सेना की घेरेबंदी के बाद यूक्रेन के मारियुपोल शहर के एक इस्पात संयंत्र के भीतर छिपे यूक्रेनी नागरिकों को बाहर निकालने का अभियान शुरू कर दिया गया है. स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी. संयंत्र से लगभग दो महीने के बाद बाहर निकलने वाले लोगों ने शहर में कहीं और अन्य स्थानों में शरण लिए हुए लोगों के साथ सोमवार को मारियुपोल छोड़ना शुरू कर दिया.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि इस्पात संयंत्र से निकाले गए 100 से अधिक नागरिकों के सोमवार को यूक्रेन के नियंत्रण वाले जापोरिज्जिया शहर पहुंचने की उम्मीद है.