गुमला. पीएलएफआई नक्सलियों के दस्ते से अकेले लड़कर एरिया कमांडर बसंत गोप को मारने वाली बिनीता उरांव को जिले के एसपी एचपी जनार्दनन ने सम्मानित किया. शुक्रवार को एसपी गांव पहुंचकर बिनीता से पूरी घटना की जानकारी ली. उसके बाद बिनीता को 21 हजार रुपये बतौर इनाम दिया. साथ ही राशन के पैकेट भी दिये. एसपी ने बिनीता को उसके परिवार की सुरक्षा का भरोसा दिलाया.
एसपी ने कहा कि इसी तरह की हिम्मत से अपराधियों का मनोबल टूटता है. लेकिन लोग कानून को हाथ में लेने का प्रयास ना करें. पुलिस को सूचित करें. इस तरह के लोगों को सबक सिखाने के लिए पुलिस सक्षम है.
एसपी ने कहा कि बिनीता ने खुद और परिवार की सुरक्षा के लिये ऐसा कदम उठाया. उसके स्थान पर कोई भी रहता तो यही करता. पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. बिनीता को हर संभव सहायता और सुरक्षा दी जाएगी.
परिवार की रक्षा के लिए नक्सलियों से लिया लोहा
जिले के सदर थानाक्षेत्र के वृन्दा महुआ टोली में पीएलएफआई एरिया कमांडर बसंत गोप अपने साथियों के साथ गत मंगलवार रात को बिनीता के घर धाबा बोला था. लेकिन वह परिवारवालों पर हमला करता, उससे पहले बिनीता ने हिम्मत दिखाते हुए टांगी से उसपर हमला कर दिया. इस हमले में बसंत गोप गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल एरिया कमांडर को लेकर उसके साथी जंगल भाग गये. दूसरे दिन सुबह जंगल से उसकी लाश मिली. सभी नक्सली हथियार से लैस थे, लेकिन बिनीता ने टांगी से उनसे अकेले मोर्चा ले ली थी *.
2018 में छोड़ना पड़ा था गांव
बिनीता ने बताया कि बसंत गोप के कारण उसका पूरा परिवार वर्ष 2018 में गांव छोड़कर चला गया था. बसंत गोप लेवी के लिए उसके परिवार को तंग करता था. परेशान होकर पूरा परिवार गांव छोड़कर रांची चला गया. लॉकडाउन के कारण कुछ दिन पहले उसका परिवार रांची से गांव लौटा. इसकी जानकारी जब बसंत गोप को मिली तो वह अपने साथियों के साथ मंगलवार रात को उसके परिवारवालों की हत्या करने घर आ धमका था.