स्पेशल ट्रेन से प्रवासी मजदूर और इलाजरत मरीज आज दिनांक 10 मई 2020 को झारखंड पहुँचे। वेल्लोर और बेंगलुरु से 2131 प्रवासी मजदूर/ इलाजरत मरीज हटिया स्टेशन पहुंचे।
झारखंड पहुंचे लोगों का किया गया स्वागत
स्पेशल ट्रेन से झारखंड पहुंचे प्रवासी मजदूर और इलाजरत मरीजों का गुलाब फूल देकर स्वागत किया गया। हटिया रेलवे स्टेशन पर जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने सभी का स्वागत किया। वेल्लोर और बेंगलुरु से आए लोगों के लिए जिला प्रशासन रांची की ओर से स्टेशन पर समुचित व्यवस्था की गई थी। वापस अपने राज्य लौटे प्रवासी मजदूर और मरीजों की स्टेशन पर ही स्क्रीनिंग की गई।
मरीजों के लिए खास इंतजाम
रांची जिला प्रशासन द्वारा स्पेशल ट्रेन से झारखंड लौटे इलाजरत मरीजों के लिए स्टेशन पर विशेष व्यवस्था की गई थी। स्टेशन परिसर पर एंबुलेंस का इंतजाम किया गया था ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी ना हो। वैसे मरीज जो आसानी से चल नहीं सकते उनके लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गई थी। प्रतिनियुक्त सिविल डिफेंसकर्मी व्हील चेयर से ऐसे मरीजों को वाहनों तक पहुंचा रहे थे।
बसों से प्रवासी मज़दूरों को किया गया रवाना
स्पेशल ट्रेन से हटिया पहुंचे प्रवासी मजदूरों को बसों से उनके जिलों के लिए रवाना किया गया। स्क्रीनिंग के बाद मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए संबंधित जिलों के बसों में बैठा कर उनके घर भेजा गया। आपको बताएं जिला प्रशासन द्वारा वापस लौटे मजदूरों को अपने-अपने घर भेजने के लिए 91 बसों का इंतजाम किया गया था।
हर जिले के लिए अलग-अलग बसों की व्यवस्था
वापस लौटे प्रवासी मजदूरों को अपने घर भेजने के लिए रांची जिला प्रशासन की ओर से अलग-अलग कुल 91 बसों की व्यवस्था की गई थी। लातेहार जिला के लिए 11, पलामू के लिए 8, गढ़वा, लोहरदगा, गुमला और खूंटी के लिए एक-एक, सरायकेला और पश्चिम सिंहभूम के लिए 2-2, पूर्वी सिंहभूम के लिए 3, बोकारो के लिए 8, धनबाद के लिए 11, रामगढ़ के लिए 2, हजारीबाग के लिए 7, चतरा के लिए 2, कोडरमा के लिए 4, गिरिडीह के लिए 10, देवघर के लिए 2, दुमका के लिए 4, जामताड़ा के लिए 1, गोड्डा के लिए 2, पाकुड़ और साहिबगंज के लिए 1-1 और रांची के लिए 6 बसों का इंतजाम किया गया था।
कुल 2131 प्रवासी मजदूर/ इलाजरत मरीज पहुंचे
वेल्लोर और बेंगलुरु से हटिया स्टेशन पहुंचे 2131 प्रवासी मजदूरों और इलाजरत मरीजों को बसों से उनके जिलों के लिए भेजा गया। वेल्लूर और बेंगलुरु से लातेहार के लिए 265, पलामू के लिए 181, गढ़वा के लिए 28, लोहरदगा के लिए 4, गुमला के लिए 5, खूंटी के लिए 8, सरायकेला खरसावां के लिए 37, पश्चिमी सिंहभूम के लिए 50, पूर्वी सिंहभूम के लिए 68, बोकारो के लिए 196, धनबाद के लिए 269, रामगढ़ के लिए 38, हजारीबाग के लिए 173, चतरा के लिए 32, कोडरमा के लिए 102, गिरिडीह के लिए 285, देवघर के लिए 53, दुमका के लिए 84, जामताड़ा के लिए 28, गोड्डा के लिए 51, पाकुड़ के लिए 9, साहिबगंज के लिए 13 और रांची के लिए 152 लोगों को बस उनके संबंधित ज़िला भेजा गया।
निजी वाहन लाने वालों के लिए पास की व्यवस्था
इलाजरत मरीजों को लेने के लिए निजी वाहनों से हटिया स्टेशन पहुंचे परिजनों को पास देने की व्यवस्था भी जिला प्रशासन की ओर से की गई थी। 1 से 12 और और 13 से 24 बोगियों के लिए पास देने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई थी। इसके लिए जिला परिवहन पदाधिकारी और बीडीओ रातू के साथ डाटा एंट्री ऑपरेटरों की प्रतिनियुक्ति की गई थी।
पूरी व्यवस्था की निगरानी कर रहे थे उपायुक्त और एसएसपी
स्पेशल ट्रेन से हटिया स्टेशन पहुंचने पर प्रवासी मजदूरों और इलाजरत मरीजों के लिए की गई व्यवस्था का डीसी रांची श्री राय महिमापत रे और एसएसपी श्री अनीश गुप्ता पल पल जायजा ले रहे थे। यात्रियों की ट्रेन से उतरने से लेकर बस में बैठाने तक की पूरी प्रक्रिया पर दोनों आला अधिकारियों ने नजर बनाए रखा । उपायुक्त ने कहा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हुए लोगों को बसों और एंबुलेंस तक पहुंचाया जा रहा है साथ ही सभी की मेडिकल स्क्रीनिंग भी की जा रही है, किसी को कोई परेशानी न हो ये हमारी प्राथमिकता है।
व्यवस्था से खुश नजर आए वापस लौटने वाले झारखंडी
स्पेशल ट्रेन से बेंगलुरु और वेल्लोर से वापस आए प्रवासी मजदूर और इलाजरत मरीज रांची जिला प्रशासन की ओर से हटिया रेलवे स्टेशन पर की गई व्यवस्था से काफी खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मरीजों की सुविधा का भी ख्याल रखा गया है। झारखंड से बाहर फंसे लोगों को वापस लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी लोगों ने जमकर सराहना की।