जमशेदपुर के गोलमुरी पुलिस लाइन स्थित आवासीय कॉलोनी के फ्लैट में 21 जुलाई को हुए ट्रिपल मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। एसएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि महिला क्लर्क सविता महतो, उसकी बेटी गीता और मां लखिया मुर्मू की हत्या गियर लीवर से वार कर की गई थी। उन्होंने बताया कि सविता के घनिष्ठ आरक्षी चालक दोस्त सोनारी कागलनगर निवासी राम चंद्र सिंह जमुदा ने ही हत्या की थी।
एसएसपी ने बताया कि जामुदा को सविता पर शक हो गया था कि उसकी किसी और से दोस्ती हो गई थी। साथ ही सविता उससे बातें भी किया करती है। एसएसपी ने बताया की आरोपी जमुदा का टारगेट सविता का वह दोस्त था, लेकिन 19 जुलाई की रात जब वह पुलिस लाइन स्थित फ्लैट में गया तो किसी बात को लेकर अनबन हो गई। इसी दौरान पहले, सविता उसके बाद बीच बचाव में आई बेटी और फिर उसकी मां पर जामुदा ने हमला कर मार डाला। इसके बाद घर का दरवाजा बाहर से ताला बंद कर फरार हो गया।
घटना के बाद गोलमुरी थाना में मामला दर्ज करते हुए एएसपी सुधांशु जैन के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। सिटी एसपी के विजय शंकर मामले की मॉनिटरिंग खुद कर रहे थे। जबकि सीसीआर डीएसपी, मुख्यालय टू डीएसपी व कई थाना प्रभारियों को लगाया गया था। एसएसपी ने बताया कि जिन चार लोगों को पूछताछ के लिए रखा गया था, उनके खिलाफ साक्ष्य नहीं मिलने के करण छोड़ दिया गया है। घटना में प्रयुक्त गियर लिवर, खून से लथपथ कपड़े और दो मोबाईल फोन जब्त किए गए हैं।
क्या था मामला
21 जुलाई की रात नौ बजे पुलिस ने सविता रानी हेम्ब्रम (36), उसकी मां लखीया मुर्मू (60) और सविता की बेटी गीता हेम्ब्रम (13) का पुलिस ने शव गोलमुरी पुलिस लाइन के फ्लैट से बरामद किया था। तीनों की धारदार हथियार से हमला कर हत्या की गई थी। सविता के पति कैलाश हेम्ब्रम की 14 साल पहले जादूगोड़ा मेला में उग्रवादियों ने हत्या कर दी थी। अनुकंपा पर सविता को नौकरी मिली थी। सविता एसएसपी कार्यालय के शिकायत कोषांग में तैनात थी।