रांची। झारखंड में करंट लगने से लगातार आमजनों की हो रही है मौत और पूरे राज्य में बिजली आपूर्ति व्यवस्था की स्थिति चरमराने के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं की ओर से आगामी 23 अगस्त को झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड मुख्यालय का हुक्का-पानी बंद कर जोरदार प्रदर्शन का निर्णय लिया गया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता और संगठन सशक्तीकरण अभियान के संयोजक आलोक कुमार दूबे ने कहा है कि अंडरग्राउण्ड केबलिंग के नाम पर झारखंड में हजारों करोड़ रुपये खर्च करने के बाद थोड़ी सी बारिश में ही बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमरा जाती है। वहीं बिजली विभाग के अभियंताओं और पदाधिकारियों की लापरवाही और अकर्मण्यता की वजह के कारण पूरे सरकार की बदनामी हो रही है। ऐसे में ड्यूटी में कोताही बरतने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई की जरूरत है।
बिजली विभाग के लापरवाह इंजीनियरों और पदाधिकारियों के रवैये के कारण आमजन को एक ओर जहां नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, वहीं लापरवाही के कारण करंट लगने से कई लोगांे की जान भी जा रही है। बिजली विभाग के पदाधिकारियों-कर्मचारियों की घोर अकर्मण्यता का यह है कि लोग दो दिन से अपने घर में ठीक से स्नान भी नहीं कर पा रहे और खाना-पीना बनाना भी मुश्किल हो गया है, जबकि हालात इतनी नारकीय हो गयी है कि शौचालय जाने के लिए पानी की व्यवस्था करना भी मुश्किल हो गया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि झारखंड ही ऐसा प्रदेश है, जहां हल्की बारिश में कहीं ट्रांसफमर गिर रहा है, कहीं तार गिर रहा है, तो कहीं पोल गिर जा रहा है, जबकि बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए प्रत्येक वर्ष हजारों करोड़ रुपये खर्च हो रहे है, इसके बावजूद विभाग की लापरवाही से आये दिन कई लोगों की जान जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि बिजली विभाग के लापरवाह रवैये के कारण राजधानी रांची समेत पूरे राज्य की जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्त्ता आम जन की समस्याओं के निदान को लेकर सड़क पर उतर कर आंदोलन करने के लिए तैयार है और जल्द ही बिजली कार्यालय का घेराव किया जाएगा।