रामगढ़ जिले के पतरातू प्रखंड अंतर्गत भुरकुंडा ओपी परिसर में पुलिस कुक बीरबल राम ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। सोमवार सुबह 10 बजे उसका शव रसोई घर के पीछे पेड़ से लटका पाया गया। सूचना के बाद ओपी परिसर में रहनेवाले पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। बताया जाता है की अन्य दिनों की भांति बीरबल राम ने सोमवार अहले सुबह चूल्हा जलाया। सब्जी बनाने के लिए कददू काटकर तैयार किया। इसके बाद उसने चाय बनाकर पुलिसकर्मियों को दी। इसके बाद कब उसने खुदकुशी कर ली, किसी ने नहीं देखा।
जिस जगह उसने खुदकुशी की है, वहां चारों ओर गंदगी पसरी हुई है। पुलिसकर्मी वहां केवल पेशाब करने के लिए जाते हैं। घटना की सूचना के बाद एसपी पीयुष पांडेय, सार्जेंट मेजर मंशु गोप और पतरातू इंस्पेक्टर रोहित कुमार भुरकुंडा ओपी परिसर पहुंचे। घटना की जांच पड़ताल की। पुलिस कर्मियों ने बताया कि बीरबल पारिवारिक कारणों से काफी तनाव में था। मृतक के पुत्र नागेंद्र ने बताया कि उसके पिता तीन-चार दिन पहले फोन किए थे। कहा था कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है। इसके बाद वह रविवार को अपने घर डालटनगंज से पिता के पास भुरकुंडा पहुंचा। पिता लगातार दस्त से परेशान थे। वह काफी कमजोर हो गए थे। पुत्र के अनुसार डाक्टर की सलाह पर उसने उन्हें एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया। उन्हें दो बोतल स्लाइन भी चढ़ाई गई। बताया गया कि घटना के वक्त पुत्र भी थाना परिसर में ही मौजूद था।
जानकारी के अनुसार, बीरबल राम ने अवकाश के लिए ओपी प्रभारी को आवेदन दिया था। उसकी छूट्टी भी स्वीकृत हो चुकी थी। सोमवार को ही उसे अपने मेदनीनगर (डालटनगंज) के पोलपोल गांव जाना था। बताया गया कि भुरकुंडा ओपी में उसके साथ एक हाजिरी पर एक महिला भी रसोइया का काम करती थी। उसने बीरबल से कहा था की तुम छुट्टी पर चल जाओगे तो मेस बंद रहेगा, क्योंकि तीज करना है। बीरबल राम ने महिला की परेशानी को देखते हुए कहा कि ठीक है तुम तीज कर लो। मैं दो दिन बाद ही वापस आ जाऊंगा। बहरहाल, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रामगढ़ सदर अस्पताल भेज दिया है।