रायपुर. झारखंड के प्रवासी मजदूरों के लिए बड़ी राहत भरी खबर है. जो मजदूर कई सौ किलोमीटर पैदल यात्रा कर रहे हैं उनके लिए यह खबर काफी राहत देनी वाली है. झारखंड सरकार ने उनके लिए विशेष व्यवस्था की है. जो मजदूर पैदल और अन्य साधनों से पलायन कर रहे हैं उनके लिए झारखंड सरकार ने प्रवासी मजदूर और अन्य लोगों के लिए छत्तीसगढ़ के टाटीबंद से 5 बसों को चलाने का निर्णय लिया है. टाटीबंद चौक में श्रमिकों के लिए व्यवस्था में लगे आमानाका थाना प्रभारी और पुलिस की सेवा से प्रभावित होकर झारखंड सरकार ने टाटीबंद चौक से हर दिन 5 बसें शुरू करने की व्यवस्था की है.
ये बस शनिवार से टाटीबंद से झारखण्ड के लिए रवाना होंगी. इसके लिए झारखंड सरकार ने छत्तीसगढ़ शासन समेत थाना प्रभारी भरत बरेठ और सियाराम पटेल के नाम से पत्र लिखा है. इसके साथ ही आपको बता दें कि टाटीबंद चौक में गुरुद्वारा सेवा समितियों और जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों समेत बाहरी श्रमिकों के लिए भोजन की व्यवस्था की है. शासन स्थानीय लोगों को बसों से उनके घर भेजा रहा है.
चलेंगी 5 बसें
राजधानी रायपुर में टाटीबंध चौक पर नियमित रूप से आ रहे झारखंड राज्य के फंसे मजदूर, यात्री, विद्यार्थी,पर्यटक और अन्य व्यक्तियों को गृह राज्य पहुंचाने झारखंड शासन ने छत्तीसगढ़ राज्य के नोडल पदाधिकारी सियाराम पटेल सहित आमानाका थाना प्रभारी भरत बरेठ को पत्र लिखा कर जानकारी दी है. पत्र में प्रतिदिन 5 बसों को टाटीबंध चौक रायपुर से प्रवासी झारखंडवासियों को राज्य में लाने के लिए बसें भेजे जाने की बात कही गई है.
आमानाका थाना प्रभारी भरत बरेठ ने बताया है कि टाटीबंध चौक पर सभी झारखण्ड के प्रवासी मजदूरों को रोका जा रहा है और उनको उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है. जो लोग पैदल या साइकिल से यात्रा कर रहे हैं उनको भी रोका जा रहा है और झारखण्ड सरकार के निर्देशन का पालन किया जा रहा है. साथ ही इच्छुक प्रवासियों को इस नोडल प्वाइंट के माध्यम से राज्य में भेजने की जिम्मेदारी नोडल पदाधिकारी की होगी. झारखंड से जाने वाली बसों पर मजिस्ट्रेट की नियुक्ति करते हुए उन्हें निर्देशित किया जाएगा कि वे नियम अनुसार यथासंभव प्रवासियों को बसों में बैठा लें.