जमशेदपुर: गुड़ाबंदा थाना अंतर्गत पहाड़पुर की एक नाबालिग समेत पांच युवतियों को नौकरी का झांसा देकर राजस्थान और मध्यप्रदेश में बेचने के मामले में फरार चल रहे गिरोह के सदस्य उड़ीसा मयूरभंज झारपोखरिया राजालुका निवासी 53 वर्षीय गोरा मोहन मोहांता उर्फ गोरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर सोमवार न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वहीं आरोपी गोरा के बारे में पुलिस ने कहा कि इस तरह के अपराध करने का वह आदी हो चुका है। साथ ही उसके विरुद्ध उड़ीसा राज्य के चांदुआ थाना में दो और गुरुमाईसानी थाना में एक मामला दर्ज है।
मामले में गुड़ाबंदा थाना प्रभारी प्रीनन ने बताया कि गोरा की भूमिका लड़कियों की पहचान करने की होती थी। जिसके बाद वह लड़कियों को ट्रेन या बस से दूसरे राज्यों में पिता की भूमिका निभाते हुए ले जाता था। जबकि उम्र ज्यादा होने के कारण लोगों को उसपर कम शक होता था। बताते चलें कि गुड़ाबंदा थाना अंतर्गत पहाड़पुर गांव निवासी उपेंद्र सबर ने विगत 5 जनवरी 2022 को लड़कियों को नौकरी का लालच देकर दूसरे राज्य में बेचने का मामला थाने में दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए वरीय अधिकारियों के निर्देश पर लड़कियों को राजस्थान और मध्यप्रदेश के अलग अलग शहरों से बरामद किया था। साथ ही पुलिस ने मामले में छह अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था। उस वक्त पुलिस के अनुसंधान में एक लड़की के साथ बलात्कार होने की पुष्टि भी हुई थी। जबकि गोरा की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी प्रभात कुमार के निर्देश पर विशेष टीम का गठन भी किया गया था। जिसमें पुलिस अवर निरीक्षक सह थाना प्रभारी प्रीनन, एसआई मणिकांत कुमार, एएसआई सत्येंद्र दूबे समेत थाना के रिजर्व गार्ड शामिल थे।