हिंदूवादी नेता कमल देव गिरि हत्याकांड पर सीबीआई जांच की मांग और तेज हो रही है। एक तरफ परिवार धरने पर बैठा है, तो दूसरी तरफ पूरे चक्रधरपुर बाजार को भी बंद रखा गया। मंगलवार को चक्रधरपुर शहर व्यापक रुप से बंद रहा। बंद के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो, इसको लेकर पुलिस प्रशासन सिविल ड्रेस में जगह-जगह तैनात रही।
विधि व्यवस्था को देखते हुए एसडीओ रीना हांसदा पुलिस बल के साथ शहर का भ्रमण करती रही। बंद को लेकर एक दिन पूर्व संध्या में शहर वासियों से कमल देव गिरि के परिजन व समर्थकों ने स्वेच्छा से दुकान एवं प्रतिष्ठा ने बंद करने का आह्वान किया था। जिसे ध्यान में रखते हुए शहर वासियों अपने स्वेच्छा से दुकान प्रतिष्ठान बंद रखे और सीबीआई और अपराधियों के नार्को टेस्ट कराने की मांग की गयी। इस बंद के दौरान मेडिकल स्टोर एवं पेट्रोल पंप खुले रहे। लंबी दूरी की बस चली। लेकिन सड़क में छोटी वाहन इक्का-दुक्का ही नजर आए।
मालूम हो कि हिंदूवादी नेता कमल देव गिरि की हत्या हुए एक महीने हो गया। 12 नवंबर शाम करीब 6 बजे अपराधियों ने बम और गोली मारकर भारत भवन चौक में कमल देव गिरि की हत्या की थी। हत्या के बाद पुलिस प्रशासन हत्या आरोप में सतीश प्रधान समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस की इस कार्रवाई से परिवार व समर्थक संतुष्ट नहीं है। जिसके लिए परिवार व समर्थक कमलदेव गिरि हत्याकांड की सीबीआई एवं नार्को टेस्ट कराने की मांग कर रहे हैं। बंदी के एक दिन पूर्व संध्या परिजन व हजारों समर्थकों में कैंडल मार्च निकालकर कमल को श्रद्धांजलि दी थी। हालांकि कैंडल मार्च को प्रशासन ने रोकने की कोशिश की थी लेकिन रोक नहीं पायी। समर्थक हत्या स्थल पहुंचे और वहां कैंडल जलाया, प्रार्थना की। जिसके बाद सरस्वती शिशु विद्या मंदिर तुलसी भवन पहुंचे और वहां भी कैंडल जलाया इसके बाद बाजार बंद रखने का आह्वान किया गया।