रांची शहर स्थित बरियातू थाना क्षेत्र से अपहृत रविशंकर प्रसाद उर्फ राहुल कुमार वर्मा ने रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की है। ग्रुप डी में नौकरी के लिए बांका के चार-पांच युवकों से ठगी की गई है। जब किसी की नौकरी नहीं लगी, तो पैसा लौटाने में भी रविशंकर आनाकानी कर रहा था। इससे नाराज बांका के चक्काडीह निवासी रोहित सहित अन्य युवा चार दिन पूर्व रांची से उसे लेकर बांका आ गए। इसके बाद रांची में रविशंकर का अपहरण होने की सूचना पर बरियातू पुलिस अलर्ट हुई।
टावर लोकेशन बांका होने पर टाउन थानाध्यक्ष शंभू यादव से संपर्क किया गया। थानाध्यक्ष ने बांका एसपी डा. सत्यप्रकाश के निर्देश पर चार घंटे के अंदर रविशंकर को बांका-ढाकामोड़ रोड के चमरैली स्थित बजरंगबली मंदिर के पास से बरामद कर लिया। पूछताछ में नौकरी लगाने की बात सामने आई है। वैसे, अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त हुए रविशंकर ने पुलिस से बताया कि उससे ढाई करोड़ की फिरौती की मांग की गई है। बांका पुलिस ने रविशंकर को रांची पुलिस के हवाले कर दिया।
जानकारी के अनुसार नालंदा जिले के चंडी थाना क्षेत्र स्थित मुरला गांव निवासी राजनंदन प्रसाद सिंह का पुत्र रविशंकर प्रसाद उर्फ राहुल कुमार वर्मा रांची में रहकर रेलवे की ठेकेदारी करता है। रेलवे में ग्रुप-डी में नौकरी लगाने के नाम पर 80 से 90 लाख रुपये की ठगी उसने बेरोजगार युवाओं से की है। कुछ युवाओं से उसने दो-तीन माह तक ठेकेदारी के तहत रेलवे का काम भी करवाया है। भेद खुलने के बाद युवाओं ने उस पर पैसे लौटाने का दबाव बनाया।