दुमका/जामा: विगत 20 मार्च को तमिलनाडु से घर लौट रहे बीचकोड़ा निवासी अर्जुन सोरेन की ट्रेन हादसे में मौत के 8 दिन बाद बुधवार को उनका शव पैतृक गांव लाया गया।शव को देखते ही उसकी माता,भाई और 7 वर्षीय पुत्र फफक-फफक कर रो पड़े।शव मिलने के बाद परिजनों एवं ग्रामीणों द्वारा संथाली रीति रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया जा रहा है।प्रखंड विकास पदाधिकारी सिद्धार्थ शंकर यादव ने बताया कि बीते शनिवार को उनकी माँ चुड़की हांसदा को सहायता स्वरूप तत्काल प्रशासन द्वारा ₹50000 का चेक प्रदान किया गया था और ₹50000 का चेक श्रम विभाग द्वारा पोस्टमार्टम के सर्टिफिकेट मिलने के उपरांत उनकी आश्रित माता को दिया जाएगा। पीड़ित परिवार वालों को हर तरह से प्रशासनिक मदद दी जाएगी।
बता दें कि जामा प्रखंड के बीचकोड़ा गांव के रहने वाले 31 वर्षीय अर्जुन सोरेन की तमिलनाडु में ट्रेन से कट कर सोमवार 20 मार्च को मौत हो गयी थी। अर्जुन सोरेन तमिलनाडु काम करने गया था और वहां से अपने घर बीचकोडा अपने दोस्तो के साथ विगत सोमवार को वापस लौट रहा था,उसी दौरान ट्रेन में ज्यादा भीड़ भाड़ होने के कारण आराकोरम रेलवे पुलिस स्टेशन जिला रानीपैड,मे ही फिसल कर ट्रेन के पटरी में गिर गया और ट्रेन से कट कर मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी।
सामाजिक कार्यकर्ता रामेश्वर राय ने बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम तमिलनाडु में कराया गया है। जिसका सर्टिफिकेट डाक द्वारा भेजा जाएगा।।बताया कि मृतक का पिता नहीं है माता एवं भाई का सहारा है।पत्नी बराबर साथ नही रहती है परिवार बहुत गरीब है जिसे उसकी मौत के बाद आश्रितों में माता एवं उनके परिवार को सहायता प्रदान की गई है लेकिन पर्याप्त नहीं है। घर वालों ने प्रशासन से यथासंभव सहायता प्रदान करने की गुहार लगायी है।