खूंटी पुलिस दिल्ली, पंजाब और हरियाणा से पांच नाबालिग बच्चियों को रेस्क्यू कर खूंटी लायी । 23 अप्रैल से 31 अप्रैल तक लगातार दिल्ली पंजाब और हरियाणा में सहयोगी संगठनों के साथ मिलकर खूंटी पुलिस ने रेस्क्यू अभियान चलाया जिसमे पांच बच्चों का रेस्क्यू किया गया। बरामद सभी बच्चों को खूंटी क्षेत्र के मानव तस्करों द्वारा बहला फुसला कर इन राज्यो में बेच दिया था जहां ये बच्चे रसूखदार घरों में काम कर रहे थे। बच्चियों की उम्र वर्तमान में 16 वर्ष से लेकर 19 वर्ष तक है। जब इनकी तस्करी हुई थी तो सभी नाबालिग थे।
एसपी अमन कुमार के निर्देश पर एक टीम का गठन किया गया था । रेस्क्यू टीम में शामिल पुलिस कर्मियों ने बताया कि तीन साल पूर्व खूंटी से ले कर दिल्ली में बच्चियों को बेच दिया था। इससे संबंधित मामला थाना में दर्ज किया गया है। जांचोपरांत पाया गया कि खूंटी से गायब सभी बच्चों को मानव तस्कर दयामनी बोदरा, गुड़िया देवी ने बहला फुसला कर एवं सब्जबाग दिखाकर दिल्ली हरियाणा और पंजाब ले गयी। उसके बाद वहां का प्लेसमेंट एजेंसी को बेच दिया और एजेंसी ने रसूखदार के घरों में बेच दिया। बच्चे जहां काम करते ठगे गए वहां घर का बर्तन धोने से लेकर बच्चों को खिलाने व स्कूल पहुंचाने का काम था। बच्चों ने पुलिस को बताया कि जब से वो लोग काम की शुरुआत किए उन्हें किसी प्रकार का कोई भुगतान नही किया गया। बच्चों ने बताया कि वो भले वो लोग रसूखदार के घर मे काम कर रहे थे लेकिन खाने के लिए भी परेशानी होती थी। गलतियां हो जाए तो पिटाई भी होती थी।
फिलहाल बच्चों का सकुशल रेस्क्यू कराया गया है और सभी बच्चे को पुलिस खूंटी लेकर आई है और सभी बच्चे को शेल्टर होम भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि इन बच्चों को बेचने में मुरहू क्षेत्र की दयामनी जबकि तोरपा थाना क्षेत्र की गुड़िया देवी शामिल है।