डालटनगंज: प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के दो सबजोनल कमांडर संतु भुइयां उर्फ संतोष भुइयां उर्फ धन्नजय भुइयां (32वर्ष) और राजेश ठाकुर (35वर्ष) ने बुधवार को पलामू पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। संतु भुइयां पर झारखंड सरकार ने पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा था। संतु भुइयां बूढापहाड़ पर नक्सल गतिविधियों नें शामिल था, जबकि राजेश ठाकुर छकरबंधा इलाके में सक्रिय था।
पलामू के जोनल आइजी राजकुमार लकड़ा, उपायुक्त आंजेनयुलू दोड्डे, एसपी चंदन सिन्हा, गढ़वा एसपी अंजनी कुमार झा, सीआरपीएफ 134 बटालिएन के कमांडेंट सुदेश कुमार, सीआरपीएफ 172 बटालिएन के उपसमादेष्टा यूआर रामेश्वरम, सदर एसडीपीओ सदर ऋषभ गर्ग एवं विश्रामपुर के एसडीपीओ सुरजीत कुमार ने दोनों नक्सलियों का फुल माला पहनाकर व शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। पुलिस दोनों को आत्मसमर्पण करा कर बड़ी सफलता मान रही है।
संतू भुइयां पलामू जिले के नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र के करकटा गांव के सिअरभुक्का का, जबकि राजेश ठाकुर नावाबाजार थाना क्षेत्र के तुकबेरा का रहने वाला है। उपायुक्त ने झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुर्नावास नीति के तहत चेक प्रदान किया। इसके अलावा अन्य लाभ देने की घोषणा की।
संतु भुइयां के खिलाफ 24 मामले दर्ज हैं। 10 मामले गढ़वा जिले के भंडरिया थाना में दर्ज है, जबकि 9 मामले नौडीहा बाजार थाना में दर्ज है। इसी तरह रंका, महुआडाड़, पाटन, पांकी, छतरपुर के नौडीहा ओपी में एक-एक मामले दर्ज हैं। राजेश ठाकुर के खिलाफ आधा दर्जन मामले दर्ज हैं। छतरपुर में दो, नौडीहाबाजार में एक और मदनपुर में दो मामले दर्ज हैं।
पलामू के एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि दोनों के आत्मसमर्पण करने से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है आत्मसमर्पण करने के बाद दोनों ने अपने संगठन के बारे में पुलिस को कई अहम जानकारी दी है। इसके आधार पर पुलिस इलाके में सर्च अभियान चला रही है ।