रांची: आत्मसमर्पण और पुर्नवास नीति नई दिशा के तहत बिहार झारखंड के मध्य जोन के 15 लाख के इनामी माओवादी रीजनल कमांडर इंदल गंझु उर्फ़ ललन गंझु ने झारखंड पुलिस के समक्ष गुरुवार को आत्मसमर्पण कर दिया ।
पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अभियान आईजी ए वी होमकर के अलावा अन्य पुलिस अधिकारियों ने इंदल का स्वागत पुष्प गुच्छ देकर किया । इंदल झारखंड का कुख्यात उग्रवादियों में शामिल रहा है । सरकार ने इसके आतंक को देख कर 15 लाख का इनाम भी घोषणा किया है । झारखंड और बिहार के विभिन्न थाना क्षेत्र में इंदल पर 147 से अधिक मामले दर्ज है । इंदल के आत्मसर्पण से माओवादी संगठन को एक बड़ी चोट पहुंची है ।
इस दौरान आईजी अमोल होमकर ने कहा कि झारखंड में नक्सलियों के खात्मे को लेकर जंगलों में अभियान चलाया जा रहा है । इस अभियान में सुरक्षा बलों को कई बड़ी कामयाबी मिली है । सुरक्षा बलों की कार्रवाई से नक्सलियों में हड़कंप मचा हुआ है । साथ ही सरकार की आत्मसमर्पण और पुर्नवास नीति के तहत नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ मुख्य धारा से जुड़ रहे है ।
इस आत्मसमर्पण नीति के तहत कई बड़े नक्सलियों ने हथियार डाला है । नक्सली पलायन करने को मजबूर है ।
झारखंड में चल रही अभियान के वजह के चतरा के सभी माओवादी संगठन के सदस्य बिहार की ओर बढ़ गए है । हम लगातार नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान चला रहे है ।
इस साल के चार महीने में ही चार बार मुठभेड़ हो चुकी है । इस मुठभेड़ में 28 अप्रैल को एक बड़ी सफलता मिली चतरा में मुठभेड़ के दौरान 25 लाख इनामी के साथ साथ तीन बड़े नक्सलियों को मार गिराया है ।
उन्होने कहा कि झारखंड में नक्सलियों के खात्मे तक अभियान जारी रहेगा । श्री होमकर ने फिर एक बार दोहराया कि अगर राष्ट्र विरोधी तत्व नक्सली आत्मसमर्पण नहीं करेंगे तो उन्हें मार गिराया जाएगा ।