Draupadi Murmu Birthday: देश की प्रथम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज अपना 65वां जन्मदिन मना रही हैं। 25 जुलाई, 2022 को देश के सर्वोच्च पद को सुशोभित करने वाली देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनने के बाद आज पहली बार जन्मदिन मना रही हैं। यह संयोग है कि ओडिशा में जन्मी द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति बनने के बाद उनके पहले जन्म दिन के दिन भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा भी है। राष्ट्रपति ने अपने जन्म दिन की शुरुआत भगवान जगन्नाथ के दर्शन और उनकी पूजा-अर्चना करके की। द्रौपदी मुर्मू के जन्म दिन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत भाजपा के कई नेताओं ने बधाई दी है।
प्रतिभा पाटिल के बाद दूसरी महिला राष्ट्रपति बनने वाली द्रौपदी मुर्मू का पूरा जीवन सभी के लिए एक प्रेरणा है। द्रौपदी मुर्मू को जीवन में कई संघर्षों को झेलना पड़ा, लेकिन इस संघर्षों से लड़कर ही एक शिक्षिका से देश के सर्वोच्च पद तक पहुंच पायीं।
झारखंड की राज्यपाल रह चुकीं द्रौपदी मुर्मू द्रौपदी का जन्म ओडिशा के ऐसे जिले मयूरभंज में हुआ था जहां लड़कियों के लिए शिक्षा ग्रहण करना सिर्फ सोचने की बात थी, लेकिन द्रौपदी मुर्मू ने अपने गृह जनपद से शुरुआती शिक्षा पूरी करने के बाद भुवनेश्वर के रामादेवी महिला महाविद्यालय से न सिर्फ स्नातक की डिग्री हासिल की, बल्कि पढ़ाई पूरी होने के बाद एक शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की और कुछ समय तक इस क्षेत्र में काम किया।
द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक करियर
शिक्षिका रहते हुए द्रौपदी मुर्मू ने राजनीति की ओर ऐसा कदम बढ़ाया कि फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा। भाजपा ज्वाइन करने के बाद उन्होंने 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत से पार्षद चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इस बीच भाजपा ने द्रौपदी मुर्मू को पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा का उपाध्यक्ष बना दिया। ओडिशा में जब भाजपा और बीजू जनता दल गठबंधन की सरकार बनी तो साल 2000 से 2002 कर वह वाणिज्य और परिवहन स्वतंत्र प्रभार मंत्री रहीं। इसी दौरान मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री के तौर पर भी काम किया। द्रौपदी मुर्मू इसके बाद राजनीति में सफलता की सीढ़ियां चढ़ती गयीं। रायगंज विधानसभा सीट से विधायकी का चुनाव भी जीता। इसके बाद में 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रहीं। यह संयोग है कि झारखंड की वह पहली महिला गवर्नर बनीं।
इसके बाद की कहानी सभी को पता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीएन ने 2022 के राष्ट्रपति चुनाव में आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाया। द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की ऐसी उम्मीदवार साबित हुईं जिन्हें विपक्षी दलों ने भी अपना समर्थन दिया और यूपीए के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को भारी मतो से पराजित कर देश की प्रथम आदिवासी महिला बन गयीं।
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