कानपुर: पबजी गेम खेलते खेलते कई बच्चों के जान दे देने की घटनाएं तो आपने कई बार सुनी होंगी। लेकिन दो दिन पहले एक बच्चा खुद को स्पाइडरमैन बोलते हुए अपने स्कूल की पहली मंजिल से कूद गया। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर उसकी हालत गंभीर है।
पूरा मामला कानपुर के डॉ. वीरेंद्र स्वरूप स्कूल का है जहां पर कुछ छात्रों के बीच पहली मंजिल से 16 फीट नीचे कूदने की शर्त लगती है। इतने में वहां खड़ा क्लास-3 का छात्र विराट मैं हूं स्पाइडरमैन कहकर छलांग लगा देता है। नीचे गिरते ही उसकी हालत बिगडने लगती है जिसके बाद गंभीर हालत में उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह दावा स्कूल प्रबंधन ने किया है। शुक्रवार को इसका सीसीटीवी सामने आया है।
पूरी घटना कानपुर के किदवई नगर एच-2 ब्लॉक स्थित डॉ. वीरेंद्र स्वरूप एजूकेशन सेंटर की है। यहां बाबूपुरवा कॉलोनी निवासी आनंद बाजपेई का 8 साल का बेटा विराट क्लास-3 का छात्र है। आनंद का मेडिकल स्टोर है। उनके मुताबिक, 19 जुलाई को उनका बेटा स्कूल गया था। स्कूल प्रबंधन ने बताया कि बच्चों में स्पाइडरमैन को लेकर बातचीत हो रही थी। इसी दौरान विराट ने छलांग लगा दी। घटना दोपहर डेढ बजे की है। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने छात्र की मां दीप्ती को फोन करके बताया कि आपका बेटा पहली मंजिल से कूद गया है। उसे हॉस्पिटल लेकर जा रहे हैं। मामले की जानकारी मिलते ही दीप्ति अपने पति आनंद के साथ अस्पताल पहुंची। वहां बेटे का इलाज चल रहा था।
पानी लेने के बहाने क्लास से निकला था विराट
आनंद ने बताया कि स्कूल प्रबंधन का दावा है कि छुट्टी से थोड़ी देर पहले विराट ने पानी की बोतल भरने की इजाजत मांगी थी। वह क्लास के बाहर ठंडा पानी भरने गया था। तभी उसके तीन दोस्त भी वहां पहुंच गए। तीनों दोस्तों में स्पाइडरमैन की तरह कूदने की चर्चा होने लगी। कौन कूद सकता है? इस बात को लेकर शर्त लग गई। इससे बेटा चार फीट की रेलिंग फांदकर 16 फीट नीचे कूद गया।
सीसीटीवी में कैद हुई पूरी घटना
स्कूल में लगे सीसीटीवी में पूरी घटना कैद हुई है। इसमें साफ दिख रहा है कि विराट अकेले रेलिंग की तरफ आया और रेलिंग पर चढ़कर छलांग लगा दी। छात्र की मां ने कहा कि यह दुर्घटना बेटे की नादानी में हुई है। इसलिए कोई शिकायत नहीं करनी है। किदवई नगर थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने बताया कि पूरे मामले में छात्र के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर कोई भी आरोप नहीं लगाया है। छात्र की मां का कहना है कि बेटे की गलती से ऐसा हुआ है। इसमें स्कूल प्रबंधन की कोई लापरवाही नहीं है। इसके चलते उन्होंने थाने या अन्य किसी भी जगह शिकायत नहीं की है। इस वजह से पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की है। सीसीटीवी जांच में भी कुछ संदिग्ध नहीं मिला।