बिहार के कटिहार जिले में बिजली विभाग के खिलाफ उग्र प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी। इसमें एक ग्रामीण की मौत हो गई है, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। प्रदर्शनकारियों के पथराव में 12 से अधिक पुलिसकर्मी और बिजली कर्मचारी भी घायल हैं।
पुलिस ने फायरिंग में एक की मौत की पुष्टि की है। उसका नाम बासल गांव निवासी खुर्शीद आलम (34) है। वहीं, बारसोई के चापाखोड़ पंचायत निवासी नियाज आलम (32) की हालत नाजुक है। हालांकि ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस फायरिंग में 5 लोगों को गोली लगी है।
बारसोई अनुमंडल में बुधवार दोपहर 12.30 बजे बिजली कटौती के खिलाफ एक हजार से अधिक लोग सड़क पर उतर गए। प्रदर्शनकारी बिजली दफ्तर का घेराव करने पहुंचे। प्राणपुर के बस्तौल चौक और बारसोई प्रखंड मुख्यालय का मेन रोड जाम करके लोगों ने प्रदर्शन करने लगे।
इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस पहुंची, लेकिन आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पहले लाठीचार्ज की। उग्र भीड़ फिर भी नहीं मानी तब पुलिस ने गोली चलाई।
बुधवार सुबह 5 बजे से 11 बजे तक मेंटेनेंस कार्य के लिए बिजली आपूर्ति बाधित थी। इसके कारण लोग आक्रोशित हो गए थे।
एसपी बोले- फायरिंग किसके आदेश से हुई, जांच करेंगे
एसपी जितेंद्र कुमार ने कहा कि फायरिंग कैसे हुई, इसका आदेश किसने दिया। इसकी जांच कराई जाएगी।
इधर, पुलिस मुख्यालय की तरफ से प्रेस रिलीज जारी करके कहा गया कि भीड़ उग्र थी। थाने से 100 मीटर दूर बिजली विभाग के दफ्तर पर प्रदर्शन चल रहा था। इसमें लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर लेकर लोग पहुंचे थे।
पुलिस ने चेतावनी दी, लेकिन उग्र भीड़ नहीं मानी। पुलिस और बिजली विभाग के अफसरों पर पथराव कर दिया। इस पर पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए सीमित फायरिंग की। एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो घायल हैं। वहीं, पथराव में 12 से अधिक पुलिसकर्मी और बिजली कर्मचारी घायल हैं।