रांची में जमीन घोटाला केस में ईडी ने शुक्रवार को 14वीं गिरफ्तारी के रूप में प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार किया है। ईडी ने उसे कोर्ट में प्रस्तुत किया। वहां उससे पांच दिनों तक पूछताछ के लिए अनुमति मिली। यह वही प्रेम प्रकाश है, जिसे नेताओं व नौकरशाहों का करीबी बताया जाता है। प्रेम प्रकाश को ईडी ने साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध पत्थर खनन में गत वर्ष 25 अगस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में पिछले एक साल से बंद प्रेम प्रकाश के अलावा उसका खास सहयोगी कोलकाता का कारोबारी अमित अग्रवाल भी इसी मामले में जेल में बंद है।
ईडी ने जमीन घोटाला केस में गत तीन व चार अगस्त को जेल में ही प्रेम प्रकाश का बयान लिया था। ईडी को शक है कि फर्जी कागजातों के माध्यम से करोड़ों की जमीन की अवैध तरीके से खरीद-बिक्री में प्रेम प्रकाश भी शामिल था।
रांची के चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले में ईडी ने जब छानबीन की, तो पता चला कि गलत कागजात के आधार पर प्रेम प्रकाश ने उक्त जमीन को अपने करीबी पुनीत भार्गव के नाम पर कराया था। इसके बाद पुनीत भार्गव से उस जमीन को विष्णु अग्रवाल व उसकी पत्नी अनुश्री अग्रवाल के नाम पर बेचवाया। इसके एवज में उसे डेढ़ करोड़ रुपये मिले थे।