हजारीबाग जिले के कटकमसांडी थाना अंतर्गत शाहपुर हेसाकुदर गांव में माओवादी नक्सलियों ने गुरुवार तड़के लगभग तीन बजे रेलवे लाइन निर्माण कार्य में लगे चार वाहनों को आग के हवाले कर दिया. नक्सलियों ने घटनास्थल पर पर्चा भी छोड़ा और वारदात की जिम्मेदारी ली है. माना जा रहा है कि लेवी (रंगदारी) की मांग को लेकर वारदात को अंजाम दिया गया है.
बताया जा रहा है कि लगभग 12 की संख्या में नक्सली कठौतिया-टोरी चंदवा रेल लाइन के निर्माण कार्य स्थल पर पहुंचे. उन्होंने निर्माण कार्य में लगे दो हाइवा, एक पेलोडर और पिकअप वाहन को जला दिया. सभी जले हुए वाहन रेलवे कंपनी के बताए जा रहे हैं. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुटी हुई है और माओवादियों के खिलाफ सर्च अभियान चला रही है.
पिछले डेढ़ महीने में तीसरा हमला
झारखंड में पिछले डेढ़ महीने के भीतर रेलवे कंस्ट्रक्शन साइट पर नक्सलियों का यह तीसरा हमला है. इसके पहले 25 सितंबर को रांची जिले के मैक्लुस्कीगंज में रेलवे की कंस्ट्रक्शन साइट पर नक्सलियों ने हमला कर निर्माण कार्य में लगे तीन वाहनों और एक जेनरेटर को आग के हवाले कर दिया था. इसी तरह एक सितंबर को सिमडेगा जिले में कनरवा रेलवे स्टेशन के पास रेलवे की कंस्ट्रक्शन साइट पर प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई ने हमला कर एक पोकलेन मशीन को आग के हवाले कर दिया था.
सुरक्षा के लिए लिखा गया था पत्र
वहीं 23 अगस्त को पलामू में भी नक्सलियों ने एक रोड कन्स्ट्रक्शन साइट पर हमला कर आठ गाड़ियों को फूंक डाला था. इसी तरह मई महीने में चतरा के टंडवा थाना क्षेत्र शिवपुर-कठौतिया रेलवे लाइन में भी कन्स्ट्रक्शन साइट पर हमला कर एक पोकलेन मशीन में आग लगा दी गई थी. पूर्व में रेलवे रेलवे विकास निगम लिमिटेड रांची ने हमलों की लगातार हो रही घटनाओं पर राज्य सरकार के गृह विभाग को हाल में पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी. पत्र में ऐसी कुछ घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा गया था कि इस वजह से रेलवे की कई परियोजनाएं बाधित हो रही हैं.