Diwali 2023: आज दीपावली का पर्व पूरे भारत में मनाया जा रहा है. कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 12 नवंबर दोपहर 02 बजकर 44 मिनट पर शुरू हो रही है. साथ ही इसका समापन 13 नवंबर दोपहर 02 बजकर 56 मिनट पर होगा. ऐसे में दीपावली का पर्व 12 नवंबर को रविवार के दिन मनाया जाएगा. साथ ही इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा के लिए प्रदोष काल सबसे उत्तम माना गया है.
ये हैं घरों में पूजा का शुभ मुहूर्त
शाम 6:31 से 7:27 बजे तक पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है. ज्योतिषाचार्य पंडित धीरेंद्र पांडेय व वैदिक ज्योतिष शोध परिषद के अध्यक्ष महामहोपाध्याय डॉ. आदित्य पांडेय के मुताबिक, अमावस्या रविवार को दोपहर 2:44 बजे शुरू होगी. सोमवार को दोपहर 2:41 मिनट तक अमावस्या का मान रहेगा. स्थिर लग्न वृष में महालक्ष्मी पूजन को विशेष फलदायी माना जाता है. रविवार शाम 6:31 से 7:27 बजे तक इस स्थिर लग्न में सर्वश्रेष्ठ पूजन मुहूर्त है.
व्यापारिक प्रतिष्ठानों में पूजन के लिए मुहूर्त
वृष लग्न में पूजन सभी के लिए श्रेष्ठ होता है. हालांकि लोग अन्य मुहूर्त का विकल्प चाहें, उनके लिए दोपहर 1:12 से 2:33 बजे तक का मुहूर्त फलदायक है.
महानिशीथ काल मध्य रात्रि से
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, साधक महानिशीथ काल में पूजन करते हैं. सिंह लग्न में रात 12 बजे से 2 बजे तक इसके लिए शुभ समय रहेगा. इस काल में तंत्र-मंत्र साधक भी पूजन करते हैं.
इसमें भी कर सकते हैं पूजन
शुभ चौघड़िया : शाम 5:16 से 6:55 बजे तक
अमृत चौघड़िया : शाम 6:56 से 08:23 बजे तक
चर चौघड़िया : रात 8:24 से 10:12 बजे तक