साहिबगंज एसपी नौशाद आलम (Naushad Alam) को ईडी ने तीसरा समन भेजा है। उन्हें 6 दिसंबर को पूछताछ के लिए फिर से बुलाया गया है। बता दें कि इससे पहले नौशाद आलम से 28 नवंबर को भी पूछताछ की गई थी। उस दिन करीब साढ़े 9 घंटे तक नौशाद आलम से पूछताछ हुई थी। हालांकि उस दिन के जवाब से ईडी संतुष्ट नहीं है। कहा जा रहा है कि पूरी पूछताछ के दौरान एसपी नौशाद आलम बातों को घुमाते रहे थे। सबसे पहले नौशाद आलम को 22 नवंबर ईडी दफ्तर आने को कहा गया था। लेकिन वह उस दिन पुलिस मुख्यालय से सुझाव लेने की बात कहकर नहीं पहुंचे थे।
एसपी के जवाब से संतुष्ट नहीं है ईडी
बता दें कि पिछली बार ईडी ने नौशाद आलम से लंबी पूछताछ की। वह शाम 7:30 बजे ईडी ऑफिस बाहर निकले। ईडी ने संथाल परगना में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले के अहम गवाह साहिबगंज के विजय हांसदा के गवाही से मुकरने के लिए दबाव बनाने व आरोपियों को सहयोग करने के मामले में उनसे कई सवाल किए। लेकिन, नौशाद आलम ने ईडी के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दिया। ईडी उनके गोल-मटोल जवाब से असंतुष्ट है इसलिए फिर से उनसे पूछताछ करेगी।
क्यों हो रही है नौशाद आलम से पूछताछ
नौशाद आलम से यह पूछताछ साहिबगंज में हुए 1000 करोड़ रुपए के अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में की जाएगी। एसपी नौशाद आलम पर आरोप है कि उन्होंने अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग केस में गवाह रहे विजय हांसदा पर दबाव बनाया था। उसके दिल्ली आने-जाने की व्यवस्था की। दिल्ली जाने के लिए रांची पुलिस केंद्र के सार्जेंट के जरिए टिकट बुक कराया। वैसे तो अवैध खनन, जमीन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग केस में कई आईएएस अधिकारियों से पूछताछ हो चुकी है लेकिन इस केस के सिलसिले में ईडी के सवालों का सामना करने वाले नौशाद आलम पहले आईपीएस अधिकारी होंगे। बताया जाता है कि इसमें रांची पुलिस के भी कई अधिकारियों की बड़ी भूमिका है।