नीतीश कुमार ने रविवार को 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ जेडीयू और बीजेपी के तीन-तीन मंत्रियों के अलावा जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा से एक तथा एक निर्दलीय विधायक मंत्री पद की शपथ ली. इससे पहले, उन्होंने दिन में अपने पद से इस्तीफा देते हुए राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर के सामने एनडीए सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
बिहार विधानसभा में अभी जेडीयू के पास 45 विधायक हैं, वहीं बीजेपी के पास 76 और जीतनराम मांझी की हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के पास 4 विधायक हैं. ऐसे में इन तीनों दलों के पास कुल 125 विधायक हैं, जो सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत के जादुई आंकड़े 122 से तीन ज्यादा हैं.
उधर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी हालात पर करीब से नजर रखे हुए हैं. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी कह रहे हैं कि नीतीश कुमार के लिए इस बार पाला बदलना मुश्किल होगा. हालांकि इस समय आरजेडी के पास 79, कांग्रेस के 19 और वाम दलों के 16 विधायक हैं. ऐसे में उन्हें कुछ उलटफेर करने के लिए कुछ और विधायकों की जरूरत पड़ेगी.