जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी के सवालों का जवाब देने के लिए Lalu Yadav पटना के ईडी कार्यालय पहुंच चुके हैं। लालू प्रसाद से ईडी इस घोटाले में पूछताछ करेगा। बता दें की सिर्फ लालू प्रसाद ही इस घोटाले में नहीं फंसे हैं, बल्कि लालू परिवार के कई सदस्यों के नाम इस घोटाले में ईडी और सीबीआई ने दर्ज कर रखे हैं। एक दिन पहले लालू की पार्टी राजद जब सरकार में थी तब भी जांच एजेंसियों ने लगातार उनके आवास और कार्यालयों पर दबिश दी है। अब तो राजद बिहार सरकार से बाहर है। इसलिए अब उसकी मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ गयी हैं।
बता दें कि जमीन के बदले नौकरी मामले में दिल्ली की अदालत ने लालू परिवार को 9 फरवरी को हाजिर होने का आदेश दिया है। दिल्ली की इस अदालत ने ईडी के नोटिस का संज्ञान लेते हुए यह आदेश जारी किया है। चार्जशीट में राबड़ी देवी, हेमा यादव, मीसा भारती, अमित काटयाल, हृदयनाथ चौधरी समेत अन्य के नाम हैं। इन सभी को 9 फरवरी को दिल्ली कोर्ट में हाजिर होना है।
बता दे कि Land for Job Scam में बिहार में राजद सुप्रीमो लालू परिवार घिरा हुआ है। लालू परिवार के ऊपर आरोप है कि जब लालू प्रसाद यादव केन्द्र में रेल मंत्री थे तब उनके परिवार के नाम पर कई जमीनें ट्रांसफर की गयी थी जिनके बदले में कई लोगों को रेलवे में नौकरी दी गयी। लालू प्रसाद के परिवार के कई सदस्यों पर पहले ही जांच एजेंसियों ने आरोप दर्ज किया हुआ है। हाल ही में अन्य नामों के साथ लालू की एक और बेटी हेमा यादव का नाम भी शामिल हो गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू प्रसाद यादव, राज्यसभा सांसद मीसा भारती, हेमा यादव, रेलवे कर्मचारी हृदयानंद चौधरी और कारोबारी अमित काट्याल पर आरोप पत्र दाखिल किया है। दिल्ली के राऊज कोर्ट में दायर आरोप पत्र में दो कम्पनियों पर भी आरोप दाखिल किया गया है।
बता दें कि सीबीआई ने भी इस मामले में एफआईआर दायर की है। जिसमें बताया गया है कि रेलवे में जमीन के बदले नौकरी पाने वालों में राजकुमार, मिथिलेश कुमार, अजय कुमार, संजय राय, धर्मेंद्र राय, रवींद्र राय, अभिषेक कुमार, दिलचंद कुमार, प्रेमचंद कुमार, लालचंद कुमार, हृदयानंद चौधरी और पिंटू कुमार शामिल हैं। इन सभी के परिवारों ने लालू की पत्नी राबड़ी और बेटी मीसा भारती और हेमा यादव के नाम पर जमीन का मालिकाना हक ट्रांसफर कराया गया था।