झारखंड में चल रही सियासी हलचल के बीच मंगलवार को कांके रोड स्थित सीएम आवास में हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक हुई. बैठक में वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई. करीब दो घंटे तक हुई इस बैठक में वर्तमान राजनीतिक हालत और आगे की रणनीति पर मंथन किया गया. हालांकि बैठक में क्या निर्णय लिये गये यह स्पष्ट रूप से बाहर नहीं आ पाया है. कल दिन के साढ़े 11 बजे से सत्ता पक्ष के विधायकों की फिर बैठक होगी.
बैठक खत्म होने के बाद सबसे पहले स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता बाहर निकले. मीटिंग से निकले मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि प्लान बी की कोई बात नहीं. प्लान बी तब होगा, जब प्लान ए में गड़बड़ होगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के साथ है. पूरी पार्टी एकजुट है. आत्मरक्षा का अधिकार सभी को है.
बैठक से निकलने के बाद विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि सत्ता पक्ष के तमाम विधायक, वाम दल के विधायक पूरी तरह एकजुट हैं. नेतृत्व परिवर्तन की बात केवल प्रोपेगेंडा है. इसमें कहीं कोई सच्चाई नहीं है. हमलोगों ने और राज्य की जनता ने 5 साल के लिए हेमंत सोरेन को चुना है, इसलिए भाजपा जितना भी कोशिश कर ले हमलोग भाजपा को मुख्यमंत्री की कुर्सी तक न तो पहुंचने देंगे और ना ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को छूने देंगे.