झारखंड का राजनीतिक हलकों से बड़ी खबर यह है कि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया है ।
फर्जी दस्तावेजों से किया गया बड़ा घोटाला!
झारखंड में जब से रांची के बरियातू के आर्मी जमीन घोटाला उजागर हुआ है, कारोबारी हलकों के साथ राजनीतिक हलकों में भूचाल आया हुआ है। झारखंड के इस चर्चित जमीन घोटाले की जांच ईडी करीब एक साल से कर रही है। लेकिन इस मामले को लेकर भूचाल इस साल ही आया है। क्योंकि इस जमीन घोटाले में कई दिग्गज कारोबारी और अधिकारी इस घोटाले की लपेट में आ चुके हैं और इस घोटाले की जांच अब राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन तक जा पहुंची है।
जिस मामले में सीएम हेमंत सोरेन को समन जारी किया गया है, उस मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस केस में रांची के उपायुक्त रहे IAS छवि रंजन भी फंसे हुए हैं। फिलहाल निलंबन झेल रहे छवि रंजन जेल में हैं। उन पर आरोप है रांची में जुलाई, 2020 से लेकर जुलाई, 2022 के बीच उपायुक्त रहते हुए नियमों के विपरीत कई भूमि सौदे किए थे। इसी मामले में कोलकाता के बड़े कारोबारी विष्णु अग्रवाल भी जेल में है। समझा जा रहा है कि इसी केस की कड़ी खिसकती हुई अब मुख्यमंत्री सोरेन तक जा पहुंची है।
ईडी ने अब तक जो भी कार्रवाइयां की हैं और उन कार्रवाइयों में जो भी दस्तावेज मिले हैं, उससे यही निष्कर्ष निकलता है कि भू-मफिया और अधिकारियों ने फर्जी दस्तावेजों से जमीन का इतना बड़ा घोटाला किया है। जमीन घोटाले में कई फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सेना के कब्जे वाली लगभग 5 एकड़ जमीन को बेचा गया। 13 अप्रैल को ED ने मामले में पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में स्थित करीब 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। ED को पूछताछ में पता चला है कि रंजन और बिचौलिया प्रेम प्रकाश कारोबारी अग्रवाल के संपर्क में थे। इन लोगों ने मिलीभगत से करोड़ों की जमीन फर्जी दस्तावेज बनाकर बेची। मामले में कारोबारी अग्रवाल से पूछताछ जारी है। बताया जा रहा है कि कई मंत्री और अधिकारियों से अग्रवाल के अच्छे संबंध हैं। जब से ईडी ने सेना की इस जमीन की हेरा फेरी मामले में हाथ लगाया है, इस जमीन घोटाले के साथ दूसरे जमीन घोटाले भी खुद-ब-खुद उजागर होते चले गये। ऐसी दर्जनों जमीनों के दस्तावेज ईडी को मिले जिसे फर्जी तरीके से रसूखदारों के अपने रसूख के दम पर हथिया लिया।
सीएम तक कैसे पहुंची जांच की आंच?
- ED ने जमीन घोटाला मामले में 13 और 26 अप्रैल को की छापेमारी
- 13 अप्रैल को राजस्व कर्मचारी भानुप्रताप के घर से मिला बक्सा
- बक्से में ईडी नेजमीन से जुड़े दस्तावेज बरामद किए गए
- 14 अप्रैल को प्रदीप बागची, अफसर अली उर्फ अफ्सू खान, सद्दाम हुसैन, इम्तियाज अहमद, तल्हा खान, फैयाज खान व भानु प्रताप प्रसाद गिरफ्तार
- रांची और जमशेदपुर में 5 ठिकानों पर ED ने मारा छापा
- बड़ी संख्या में जमीन की खरीद-बिक्री से संबंधित दस्तावेज बरामद
- जांच में आया रांची के पूर्व डीसी आईएएस छविरंजन का नाम
- ईडी ने की छवि रंजन से कई दौर की पूछताछ
- 4 मई को रांची के निलंबित आईएएस छवि रंजन हुए गिरफ्तार
- 7 जून को दिलीप कुमार घोष व अमित कुमार अग्रवाल गिरफ्तार
- 3 जुलाई को भरत प्रसाद और राजेश राय की गिरफ्तारी
- 31 जुलाई को कोलकाता के कारोबारी विष्णु अग्रवाल की गिरफ्तारी
- 11 अगस्त को ईडी ने जेल में बंद प्रेम प्रकाश को किया गिरफ्तार
- मामले में अब तक 13 आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं
- प्रेम प्रकाश से पूछताछ के बाद ईडी में सीएम हेमंत को भेजा समन
- ईडी ने 14 अगस्त को बुलाया, हेमंत व्यस्तता के कारण नहीं आये
- ईडी ने दोबारा समन भेजकर सीएम हेमंत को 24 अगस्त को बुलाया है
- समन के बाद बाबूलाल मरांडी सीएम हेमंत पर दागे तीखे सवाल
- जालसाजी करके, नाम बदलकर, जमीनें हड़पने का लगाया आरोप
- पूछा कौन हैं शिव सोरेन, हेमंत कुमार सोरेन, बसंत कुमार सोरेन और दुर्गा प्रसाद सोरेन