चंपाई सोरेन सरकार का कैबिनेट विस्तार कार्यक्रम जारी है। केवल 8 ही मंत्री शपथ लिए। झामुमो से विधायक बैद्यनाथ राम का नाम काट दिया गया है। गौरतलब है कि बैद्यनाथ राम के नाम की बीते कुछ दिन से खूब चर्चा थी। कई लोगों ने उन्हें बधाई तक दे दी थी लेकिन अंतिम समय में उनका नाम काट दिया गया। राजभवन की ओर से केवल रामेश्वर उरांव, दीपक बिरुआ, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, मिथिलेश ठाकुर, बसंत सोरेन, हफिजुल हसन, बेबी देवी मंत्री मनोनित किए गया है। इन्हें शपथ दिलाई जा रही है। गौरतलब है कि राजभवन के बिरसा मंडप में हुआ। बैद्यनाथ राम के नाम के काटने पर अब सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इसे लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट कर चंपाई सरकार को अनुसूचित जाति विरोधी बताया है।
बाहरी दबाव के कारण उनका नाम काट दिया गया
प्रतुल शाहदेव ने ट्वीट कर लिखा है कि चंपाई सरकार अनुसूचित जाति विरोधी हैं। बताया जाता है कि लातेहार से एससी वर्ग से आने वाले विधायक बैजनाथ राम को वारंट ऑफ अपॉइंटमेंट भी पहुंच गया था।लेकिन अंतिम समय में बाहरी दबाव के कारण उनका नाम काट दिया गया। पूरे मंत्रिमंडल में एक भी एससी समुदाय के व्यक्ति को जगह नहीं देना इस सरकार का एससी विरोधी चेहरा दिखता है