झारखंड हाई कोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जमानत याचिका पर सुनवाई हुए 55 दिन हो गये हैं। सुनवाई को बाद हाई कोर्ट ने चूंकि फैसला सुरक्षित रख लिया है, इसलिए हेमंत सोरेन की बेचैनी बढ़ती जा रही है। इसके बाद होटवार जेल में बंद लैंड स्कैम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी हेमंत सोरेन सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं ताकि हाई कोर्ट का फैसला क्या है, उसे जल्द से जल्द सुनाया जा सके। हेमंत ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से शीर्ष अदालत में क्रिमिनल एसएलपी (स्पेशल लीव पिटीशन) दाखिल की है।
हेमंत सोरेन ने अपनी याचिका में कोर्ट से गुहार लगाते हुए कहा कि झारखंड हाईकोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई 28 फरवरी को पूरी कर ली और अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। करीब 55 दिन बीत जाने के बाद भी हाईकोर्ट ने अब तक अपना फैसला नहीं सुनाया है। इसलिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली है। सुप्रीम कोर्ट की एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड प्रज्ञा सिंह बघेल पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सोरेन का पक्ष रखेंगी। खबर है कि फिलहाल हेमंत सोरेन का मामला सुप्रीम कोर्ट में सूचीबद्ध नहीं हुआ है। इतना ही नहीं, जेल में बंद हेमंत सोरेन ने अपनी जमानत के लिए ट्रायल कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है जिसपर 1 मई को सुनवाई होनी है।